लालमोहन कुमार@जानकीनगर,पूर्णिया
जानकीनगर थाना क्षेत्र में बने अधिकांश उप स्वास्थ्य केंद्र विभागीय बदहाली का शिकार बन गया है।विभागीय लापरवाही के कारण से जहां उप स्वास्थ्य केंद्र जर्जर हो गया है।वहीं कर्मियों की कमी के कारण से उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर ताला लटका रहता है।जिस कारण से लोगों को छोटी-मोटी बीमारियों के इलाज के लिये बाहर जाना पड़ता है।कुछ ऐसी ही कहानी थाना क्षेत्र के रुपौली उत्तर पंचायत के बेलतरी गांव के उप स्वास्थ्य केंद्र की है।उप स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति नहीं होने के कारण से पंचायत समेत आस-पास के इलाके के लोग स्वास्थ्य सुविधा से वंचित हैं।उप स्वास्थ्य केंद्र बंद रहने से पंचायत के ग्रामीण छोटा-मोटा इलाज कराने के लिए भी 20 किमी दूर प्रखंड मुख्यालय बनमनखी अनुमंडलीय अस्प्ताल का चक्कर लगाना पड़ता है।
स्थानीय ग्रामीण रायजी कुमार,आनंद कुमार, आशीष कुमार, ब्रजेश कुमार,संतोष कुमार ,पप्पू कुमार,दिलशंकर कुमार ,त्रिभुवन कुमार ,पंडित कुमार, अनुराग कुमार, राजा कुमार ,करण कुमार सहित अन्य व्यक्तियों ने कहा कि उप स्वास्थ्य केंद्र बेलतरी कई वर्षों से बंद पड़ा हुआ है।कभी-कभी टीकाकरण के लिए एएनएम आती है।वह भी आंगनबाड़ी केंद्र पर टीकाकरण का काम करके चली जाती है।विभागीय देख-रेख के कारण से केंद्र का भवन जर्जर हो गया है।ग्रामीणों ने कहा एक तरफ सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग आकड़ों के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधा में बढ़ोत्तरी की बात कहती है।जिले समेत राज्य में नए-नए हेल्थ एंड वेलनेश सेंटर का निर्माण कर रही है। वहीं इस केंद्र की सुध लेने के आज तक विभाग के कोई अधिकारी नहीं देखने आते हैं। अगर इस उप स्वास्थ्य केंद्र को ठीक कर दिया जाय और एक डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति कर दी जाय तो लोगों की परेशानी कम हो जाएगी। लोगों को छोटी-मोटी बीमारी के लिए 20 किमी का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। ग्रामीणों ने उप स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर बहाल करवाने की मांग की है। जिससे ग्रामीण क्षेत्र के व्यक्तियों को इलाज करने में सुविधा होगी।
अनुमंडलीय चिकित्सा पदाधिकारी बनमनखी प्रिंस कुमार सुमन ने जानकारी देते हुए बताया कि बेलतरी गांव स्थित बना उप स्वास्थ्य केंद्र का 1 सप्ताह के अंदर मरम्मती कार्य चालू करवाया जाएगा। भवन मरम्मत होने के बाद डॉक्टर की नियुक्ति की करवाई जाएगी।
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