Kosi Times
तेज खबर ... तेज असर

ये हमारा Archieve है। यहाँ आपको केवल पुरानी खबरें मिलेंगी। नए खबरों को पढ़ने के लिए www.kositimes.com पर जाएँ।

- Sponsored -

- Sponsored -

- sponsored -

फिल्म : बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के साथ बेटे को  भी समझाओ : खेसारीलाल यादव

- Sponsored -

कोसी टाइम्स @ पटना ।

पटना। सुपरस्‍टार खेसारीलाल यादव और काजल राघवानी स्‍टरार भोजपुरी फिल्‍म ‘संघर्ष’ इस वीकेंड 24 अगस्‍त से देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है। इसको लेकर आज राजधानी पटना स्थित होटल सर्मपण नेस इन में एक संवाददाता सम्‍मेलन में खेसारीलाल यादव ने कहा कि समाज में बहुत ऐसे लोग हैं, जिनका बेटी पैदा होने पर उनका रिएक्‍शन चेंज हो जाता है। वे समझते हैं कि बेटा उनके वंश को आगे बढ़ायेगा। लेकिन बेटियों ने आज से साबित कर दिया है कि वे बेटों से कम नहीं है। इसलिए अगर बेटी को बेटी तरह पालें। उनको विश्‍वास में लेकर आयें तो शायद वो हमारे विश्‍वास को पूरा कर सकती है। यही हमारी फिल्‍म है ‘संघर्ष’,जो बेटी बचाओ– बेटी पढ़ाओ मुहीम को आगे बढ़ायेगी। हम इसके साथ ये भी कहना चाहेंगे कि बेटे को भी समझाईये, ताकि वो हर रास्‍ते चलती लड़की को बहन की तरह‍ समझे। मेरी फिल्‍म रक्षाबंधन पर रिलीज हो रही है। यह हमारे दर्शकों को रक्षाबंधन का उपहार है। इसलिए अपने पूरे परिवार के साथ जाकर यह फिल्‍म देखें।

विज्ञापन

विज्ञापन

उन्‍होंने कहा कि यह फिल्‍म समाज के लिए आईना है। इसलिए इसे जरूर देखें। अगर आप देखेंगे तो कहेंगे ऐसी ही फिल्‍में बननी चाहिए। बिना देखे आलोचना भी गलत होती है। अश्‍लीलता के सवाल पर खेसारी ने कहा कि अगर आप इस फिल्‍म को देखेंगे तो दुनिया को बता सकेंगे कि भोजपुरी फिल्‍में भी अच्‍छी बनती है। बिना देखे अगर कोई सवाल करेंगे, तो उसका जवाब हम भी नहीं दे सकेंगे। मैं खुद बुरी फिल्‍में नहीं करता हूं। जब मेरे पास फिल्‍म के लिए ऑफर आता है, तो पहले ये देखता हूं कि इस फिल्‍म से हमारी भोजपुरी को कोई नुकसान तो नहीं होगा। उसके बाद ही मैं फिल्‍मों को ओके करता हूं। इसलिए 24 अगस्‍त को फिल्‍म जरूर देखें। इस फिल्‍म को रत्‍नाकर कुमार, पराग पाटिल और पूरी टीम ने काफी मेहनत की है। यह भोजपुरी की पहली फिल्‍म होगी, जो मल्‍टीप्‍लेक्‍स में भी लगेगी।

वहीं, काजल राघवानी ने कहा कि मेरे लिए यह बेहद चाइलेंजिंग फिल्म थी। इस फिल्‍म को कर के मैंने जाना कि मां बनना कितना चाइलेंजिंग काम है। मां बनने का अनुभव बहुत अच्‍छा होता है। मां बनकर मुझे एहसास हुआ कि बच्‍चों के लिए मां कितना स्‍ट्रगल करती है। मैंने भी मां को बहुत तंग किया है, मगर वो हर बार मुझे माफ कर देती थी।  उन्‍होंने मुझे पालने में काफी स्‍ट्रगल किया। इस चीज को मैं संघर्ष फिल्‍म कर समझ पायी, जो 24 अगस्‍त को रिलीज होगी। आप जरूर देखिये। यह फिल्‍म बेटी के बारे में है। पूरी तरह से सामाजिक पारिवारिक इंटरटेनिंग मूवी है। वहीं, फिल्‍म के निर्माता रत्‍नाकर कुमार ने पत्रकारों से कहा कि ‘संघर्ष’ अपनी भाषा को अच्‍छे ढंग से दिखाने की एक कोशिश है।  इसको लेकर हमने बहुत सारे डिस्‍कशन किये। फिल्‍म की बारिकियों पर हमने खूब ध्‍यान दिया, तब जाकर एक बहुत अच्‍छी फिल्‍म बनाई है। इसलिए हम कहना चाहते हैं कि आप पहले फिल्‍म देखें और खुल कर बतायें कैसी बनी है फिल्‍म। बिना देखें कोई धारना न बनायें। फिल्‍म अच्‍छी है। इसलिए जरूर देखें।

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

- Sponsored -

आर्थिक सहयोग करे

Comments are closed.