शेखपुरा
नितीश कुमार
कोरोना के बढ़ते खतरे को लेकर जहां लोग एहतियात बरत रहे हैं ।वहीं एक युवक कुवैत से पहले तो अपना घर जमुई आया ।फिर जमुई से शेखपुरा जिले के अरियरी अपना ससुराल आ पहुंचा जिसे पुलिस प्रसासन ने एहतियात के तौर पर जांच के लिए पावापुरी पहुंचाया । बताते चलें कि शेखपुरा जिले के अरियरी गांव से एक 30 वर्षीय युवक मो असलम को कोरोना की संदिग्ध मरीज होने की आशंका पर स्वास्थ्य विभाग की विशेष टीम ने जांच हेतु कड़ी सुरक्षा के बीच पावापुरी भेजा गया है।
युवक जमुई जिला का रहनेवाला है जो कि अरियरी गांव निवासी मो शकित अली का दामाद है। दो दिन पहले जमुई से ससुराल आया था। इस सम्बन्ध में युवक द्वारा गाव के मस्जिद में सामूहिक नमाज अदा करने पर ग्रामीणों ने विरोध किया। युवक सर्दी और खांसी से भी ग्रसित दिख रहा था। ग्रामीणों ने यह पूरा मामला स्थानीय प्रशासन के समक्ष लाया। प्राप्त जानकारी में बताया गया है कि युवक 19 मार्च को कुबैत से कोलकाता हवाई अड्डा पर उतरा। वहां जाँच के क्रम में हवाई अड्डा प्राधिकार ने उसे 14 दिन तक सामान्य लोगो के अपने को अलग थलग रखने को कहा गया था। लेकिन वह कोरोना से सम्बन्धित किसी भी परामर्श को दरकिनार कर अपने गाव पहुँच गया और बाद में अपने ससुराल पहुँच गया।
ग्रामीणों की सूचना के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अरियरी के चिकित्सक ने उसे जाँच और इलाज के लिए प्रेरित किया। परन्तु वह जाँच के लिए तैयार नहीं हुआ। उसके बाद अरियरी बीडीओ संजय कुमार, अरियरी थानाध्यक्ष कमला प्रसाद और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा प्रभारी डॉ महेंद्र प्रसाद उसके ससुराल पहुचे और उसे एहतियातन जाँच के लिए पावापुरी स्थित वर्धवान मेडिकल कालेज भेजा है। इस सम्बन्ध में बीडीओ ने बताया कि अभी ऐसा नहीं कहा जा सकता है कि कुबैत से आया युवक कोरना वायरस से पीड़ित है। अस्पताल में जाँच के बाद ही डाक्टर इसकी पुष्टि या खंडन कर सकते हैं। फ़िलहाल प्रशासन ने पुलिस की मदद से उसे पावापुरी पंहुचा दिया है ।
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