अररिया : विधालय की यह तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। लोगो के मन मे इस तस्वीर को लेकर काफी जिज्ञासा सोशल मीडिया पर देखी गयी है।
ये तस्वीर देखकर शायद यह सोच रहे होंगे कि किसी निजी हाईफाई विधालय की तस्वीर होगी ? लेकिन यह जानकर आपको आश्चर्य होगा कि यह तस्वीर किसी निजी विद्यालय की नही बल्कि बिहार के अररिया जिले के फारबिसगंज प्रखंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय छुरछुरिया की है।दो सौ दस नामांकन वाले इस प्राथमिक विद्यालय में मात्र एक शिक्षिका व एक शिक्षक और 3 रसोइयों की सुव्यवस्था की देन है ।
एक शिक्षिका जो कि उर्दू की पढ़ाई करवाती है वही दूसरे शिक्षक रंजेश कुमार जी प्रभारी विधालय प्रधान के रूप में है फिर भी अन्य स्कूलों की अपेक्षा काफी कम सुविधाओं के रहने के बावजूद इतनी सुव्यवस्था कही न कही बिहार की शिक्षा व्यवस्था के लिए एक मिसाल है।
विधालय प्रभारी रंजेश सिंह से इस बारे में पूछा गया कि आखिर कैसे इतनी कम सुविधाओं के रहते हुए ऐसा कैसे सम्भव हुआ तो उन्होंने कोशी टाइम्स को बताया कि यह सबको करना चाहिए क्योंकि हमें वेतन इसी के लिए मिलता है।
साथ ही उन्होंने बताया कि हमारे पोषक क्षेत्र में ऋषिदेव समुदाय के बच्चे काफी ज्यादा है साथ ही यह विकाश से कोसो दूर है यहाँ विपरीत परिस्थिति में काम करना बेहद मुश्किल भरा काम था। इसलिए मैंने सोचा कि कुछ अलग करूँ जिससे माहौल काम करने लायक हो हमारे विधालय में खासकर स्वच्छता व बच्चों के नैतिक व बौद्धिक विकास कैसे हो इसपर हमारा खास ध्यान रहता है ।
मुख्य रूप से यह मध्यान भोजन योजना की देन है मेनू के अनुसार भोजन के अनुसार जहाँ बच्चों को घर से अच्छा खाना हमलोग देते हैं साथ ही मैं खुद से अपने पोषक क्षेत्र में घूमकर बच्चों को स्कूल आने के लिए प्रेरित करता हूँ ।
एक खास बात विद्यालय प्रभारी रंजेश सिंह ने बताया कि विधालय और अभिभावकों के लिए एक मैसेज ग्रुप हैं जिससे बच्चों के बारे में उसके अभिभावकों को अपडेट मिलता रहता है
वही विधालय की बेहतरीन व्यवस्था को देखते हुए समाजिक संगठन बिहार विकास युवा मोर्चा के अध्यक्ष प्रसेनजीत कृष्ण ने खूब सराहना की । उन्होंने कहा कि बच्चे को अच्छा खाना,पढ़ाई, अनुशासन मिले इस तरह के व्यवस्था के लिए मैं लगातार प्रयास कर रहा हूँ मैं चाहता हूँ कि हर जिले में सरकारी स्कूलों में इस तरह की ही व्यवस्था होनी चाहिए इसके लिए मैं राज्य सरकार को पत्र के माध्यम से अपनी बात को रखूंगा।
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