प्रशांत कुमार
सुशासन बाबू पूरे बिहार में शराबबंदी का ढिंढोरा पीट पीट कर अपना पीठ तो खूब थपथपा रही है लेकिन मानों ऐसा कि पुलिस को खुले में बिना किसी डर भय का शराब पीने की आजादी दे दिया हो।मामला बिहार के मधेपुरा जिला का है।
दरसअल मंगलवार की शाम समस्तीपुर रेल मंडल अंतर्गत आने वाले दौरम मधेपुरा रेलवे स्टेशन पर बढ़ती ठंड की खबर बनाने ईटीवी भारत के मधेपुरा संवाददाता अशोक कुमार सिंह और उनके एक सहयोगी गए थे।खबर बनाने के बाद उन्हें एक डेड बॉडी की जानकारी मिली तो उसका भी खबर कवर कर लिया। चूंकि मामला रेलवे से सम्बंधित था तो प्रशासनिक प्रतिक्रिया के लिए संवाददाता अशोक सिंह और उनके एक सहयोगी मधेपुरा आरपीरफ थाना पहुंच गए ।
जैसे ही पत्रकार कमरा के पास पहुंचते है तो अंदर से कमरा में शराब पीने की भनक लगी और उसकी गन्ध बड़े अच्छे से आ रही थी।शराब पी रहे आरपीएफ जवानों की जैसे ही इस बात की भनक लगी तबतक खिड़की से शराब की बोतल बाहर फेंक दिया।जैसे ही पत्रकार प्रवेश करते है कि बिना किसी भय के बेधड़क चखना और शराब के मजा ले रहे आरपीएफ जवान के पैर के अंदर से जमीन खिसक गई।तबतक पत्रकार अशोक सिंह जी उनका शार्ट और वीडियो ले चुके थे।अब आरपीएफ जवान के पास कोई चारा नही था वो पत्रकार को बंधक बना लिया और मोबाइल ,कैमरा,मोजो किट छीन लिया।पूरे तीन घण्टे उनके साथ दारूबाज आरपीएफ बदतमीजी करते रहे और उन्हें परेशान करते रहे।
बाद में पत्रकार का मोबाइल ट्रैक पर फेंक दिया।मोजो किट के बारे में अब भी कोई अता पता नही चल पाया है।बाद में बड़ी मुश्किल से मधेपुरा के अन्य पत्रकार को जानकारी मिली तो वो रेलवे स्टेशन पहुंचे तो इन्हें बंधक से छुड़ाया गया।मौका पाकर मधेपुरा रेलवे स्टेशन के आरपीएफ थाना से सभी जवान फरार हो गए।बाद में पुलिस अधीक्षक संजय कुमार को फोनिक सूचना के बाद टाउन थाना से आई पुलिस ने इन्हें संरक्षण दिया और सकुशल वापस लाया।
इधर तबतक आरपीएफ जवान ने शराब की बोतल को कही दूर ठिकाना लगा दिया जो नही मिल पाया लेकिन मोबाइल के वीडियो में चखना और पानी शराब के लिए प्रयोग में लाये जा रहे प्लास्टिक की गिलास आ गयी।मामला बढ़ता देख सभी जवान खिसक गए ।
मामला रेलवे से जुड़े रहने के कारण रेलवे विभाग में खलबली मच गई है।इस संबंध में कटिहार रेल एसपी को फोन किया गया तो उन्होंने रिसीव नही किया।घटना की जानकारी मिलने के बाद पूरे राज्य के पत्रकारों में उबाल आ गया है।
दौरम मधेपुरा रेलवे स्टेशन स्थित रेल थाना में शराब की मेज बराबर सजती है चूंकि थाना के आसपास रंग बिरंगी नई शराब की दर्जनों बोतल यत्र तत्र फेंकी पड़ी हुई है।रात की घटना के बाद सभी जवान फरार ही गए है।
इधर घटना की जानकारी मिलने के बाद नेशनल जर्नलिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव संजय कुमार सुमन ने कहा कि वर्तमान परस्थिति में पत्रकारों के साथ क्रूर मजाक किया जा रहा है।रात में घटे घटना की उन्होंने निंदा किया है और मांग किया है कि अविलम्ब दोषी पर कार्रवाई हो अन्यथा हमारी एसोसिएशन उग्र आंदोलन को बाध्य होगी।
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