संजीव हंस
कोसी टाइम्स @ सहरसा.
सहरसा के मध्य विद्यालय जम्हरा दक्षिण में शौचालय के जर्जर हो जाने के कारण छात्राओं को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है.कई वर्ष पुराने शौचालय के साफ-सुथरा नहीं रहने के कारण छात्र-छात्राओं को शौचालय हेतु बगल के झाड़ी में जाना होता है.केआरपी नवलकिशोर के अनुसार उक्त मध्य विद्यालय में कुल 408 छात्र नामांकित है, जिसमें छात्राओं की संख्या 180 है. विद्यालय में आठ शिक्षक पदस्थापित हैं.इतनी बड़ी संख्या में छात्राओं की मौजूदगी के बावजूद विघालय में एक अदद साफ-सुथरा शौचालय नहीं होने से यह बात स्पष्ट हो जाती है कि सरकारी राशि का कितना सही उपयोग हो रहा है.
विघालय में जर्जर शौचालय के कारण छात्राओं को रही परेशानी के बाबत प्रधानाध्यापक शिवकुमार यादव का कहना हैं कि फिलहाल शौचालय निर्माण हेतु नया फंड नहीं आया है और पुराना छह कमरा का शौचालय है जो जर्जर हो चुका है.वही विघालय की छात्रा काजल, नीशा, डेजी, सोनी, सीता, प्रियंका, अन्नू आदि का कहना है कि शौचालय के जर्जर रहने एवं अगल-बगल जंगल रहने के कारण उधर जाने में डर लगता है. हेड सर को कई वार जंगल की सफाई करवाने हेतु कहा गया है,लेकिन इस तरफ ध्यान नहीं दिया गया. समन्वयक विजय चंदन का कहना था कि विद्यालय की साफ-सफाई एवं स्वच्छ भारत मिशन सहित शैक्षणिक व्यवस्था पर प्रधानाध्यापक को विशेष ध्यान देना चाहिए. लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है. वही विघालय के कई छात्रों ने कहा है कि यहां स्वच्छ जल का भी संकट है. चापाकल भी अक्सर खराब ही रहता है.विघालय की इस दशा से यहां पढ़नेवाले छात्र-छात्राओं में मायूसी का माहौल है.
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