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आखिरी कतार में खड़े लोगों को न्याय मिले ,जनता सहयोग करे, मधेपुरा को अपराधमुक्त बनाऊंगा : कुमार आशीष

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मधेपुरा के नवपदस्थापित पुलिस अधीक्षक कुशल प्रशासक, न्यायविद, सौम्य, शिष्ट, सरल, अनुशासित, संवेदनशील, संस्कार गुण से युक्त, लेखक, रचनाकार, प्रेरक और सुधारक कुमार आशीष अधिकारी के रूप में कड़क और निर्णयकारी हैं। यह उनके सफलता का मार्ग प्रशस्त करेगा। 2012 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी श्री कुमार ने बचपन से सिविल सेवा के माध्यम से जनसरोकार से जूड़ने के लिए प्रेरित होते रहे हैं। उनसे हमारे सलाहकार संपादक डा. देवाशीष बोस से हुई वार्त्ता के संपादित अंश प्रस्तुत है-
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कोसी टाईम्स :मधेपुरा में पुलिस अधीक्षक के रूप में आपका पहला योगदान है। सफलता के लिए आपको शुभकामनायें देता हूं।
कुमार आशीष :जी, धन्यवाद!

कोसी टाईम्स :मधेपुरा में आपकी प्राथमिकता क्या होगी ?
कुमार आशीष :समाज के आखिरी कतार में खड़े लोगों को समयवद्ध न्याय दिलाने के अलावा जनसहयोग से अपराधियों के बीच खौफ पैदा कर अपराध नियंत्रण करना, जिला पुलिस को सक्रिय बनाते हुए भ्रष्टाचारमुक्त करना तथा विधि व्यवस्था की स्थिति को बेहतर ढ़ंग से नियंत्रित करना हमलोगों की प्राथमिकता है। इसके लिए वारंटियों को विशेष अभियान चलाकर गिरफ्तारी सुनिश्चित की जा रही है। इसके अलावा प्रतिभावान छात्र-युवाओं को सिविल सेवा के लिए व्यक्तिगत प्रोत्साहन के तहत मार्ग दर्शन देना तथा युवाओं के लिए कैरियर काउंसलिंग मेरी व्यक्तिगत प्राथमिकता होगी।

कोसी टाईम्स :इस दिशा में कोई योजना ?
कुमार आशीष :चौसा तथा आलमनगर थाना क्षेत्रान्तर्गत कोसी, घघरी आदि नदियों के दीयारा में संगठित आपराधिक गिरोह के उन्मूलन हेतु अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के अन्तर्गत हथियारबंद मुकेश यादव की गिरफ्तारी हुई थी। इसके अलावा पुलिस अधिकारियों की सक्रियता की परख के लिए पांच मीनट रिस्पॉन्स योजना प्रारंभ की गयी है। जिसमें पुलिस अधिकारी को पांच मीनट में अपने ड्रेस और हथियार के साथ एक निर्धारित स्थल पर पहुंचने के लिए कहा जाता है। इसके अलावा विशेष अभियान चलाये जा रहे हैं।
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कोसी टाईम्स :और कोई योजना ?
कुमार आशीष : कम्युनिटी सोशल पुलिसिंग के तहत जनकल्यानकारी कार्यक्रमों को आयेजित करने से जनता और पुलिस के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों में इजाफा होगा। जिसका लाभ अपराध नियंत्रण में लिया जा सकता है। इसके अलावा कार्यकुशलता का बेहतर प्रदर्शन करने वाले पुलिस अधिकारी को ही थाना दिया जायेगा। भ्रष्ट, काहिल, निष्क्रिय, अलोकप्रिय तथा जनसरोकारहीन अधिकारियों को थाना कतई नहीं दिया जायेगा। जबकि भ्रष्टाचारियों के खिलाफ प्रमाण स्वरूप ऑडियो तथा वीडीयो लाने पर त्वरित कार्रवाई की जायेगी।

कोसी टाईम्स :बतौर सिविल सेवक आप कौन सी भूमिका निभाना चाहेंगे जो आपको विशिष्ट रूप से पसन्द है ?
कुमार आशीष :मैं आमजन की समस्याओं के प्रति पुलिस संगठन को संवेदनशील बनाना पसंद करूंगा। एक सशक्त समाज केवल तभी बन सकता है जब उसे पुलिस का अच्छा सहयोग मिले। इसके अलावा मैं आमजन और पुलिस के बीच बढ़ते दायरे को कम करने का प्रयास करूंगा। हमारा एक सूत्री एजेंडा है अधिनस्थ कर्मचारी बेहतर प्रदर्शन करें अन्यथा सजा के लिए तैयार रहें।
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कोसी टाईम्स :आपकी शैक्षिक यात्रा, सिविल सेवा परीक्षा के लिए अपनायी गयी रणनीति, उनके सफलता संघर्ष और इस संघर्ष के दौरान हासिल किये गये अनुभवों को हम सांझा करना चाहेंगे ?
कुमार आशीष :जी, जरूर।

कोसी टाईम्स :कृपया अपने शिक्षण संस्थाओं के संबंध में जानकारी दें ?
कुमार आशीष :मैं श्रीकृष्ण उच्च विद्यालय, सिकंदरा से दसवीं और धनराज सिंह कॉलेज, सिकंदरा से बारहवीं की परीक्षा उत्तीर्ण किया। तत्पश्‍चात स्नातक और सिविल सेवा की तैयारी के लिए जेएनयू, नई दिल्ली आ गया। मैंने विदेशी फ्रांसीसी भाषा सीखी, जिसमें मैंने स्नातक, परास्नातक, एमफिल करने के बाद अब शोधकार्य कर रहा हूं। वर्ष 2006 में फ्रैंच अध्ययन कार्यक्रम के सिलसिले में मुझे फ्रांस की यात्रा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। मैं उस यात्रा का उपयोग फ्रांसीसी भाषा और साहित्य को अच्छी तरह से समझने के लिए किया।
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कोसी टाईम्स :आपकी पारिवारिक पृष्टभूमि और सहयोग की जानकारी देना चाहेंगे ?
कुमार आशीष :मैं बिहार के जमुई जिलान्तर्गत सिकंदरा के एक मध्यवर्गीय ग्रामीण परिवार से आता हूं। मैं अपने परिवार में सबसे छोटा हूं। मुझे अपने परिवार का अत्यधिक सहयोग प्राप्त हुआ। मैं बहुत भाग्यशाली था कि मेरे लिए परिवार में नौकरी तथा विवाह बहुत जल्द करने की अनिवार्यता नहीं थी। लिहाजा मैं बगैर बाधा के अपनी तैयारी जारी रख सका.

strong>कोसी टाईम्स :सिविल सेवा के लक्ष्य को प्राप्त करने के बाद अपना अनुभव बतायें ?
कुमार आशीष- :यह स्वप्न साकार होने जैसा है। मैं अपनी भावनाओं को शब्दों में अभिव्यक्त नहीं कर सकता।
Domestic Violence &

कोसी टाईम्स :सिविल सेवा में आने के लिए आप कैसे प्रेरित हुए ?
कुमार आशीष :बचपन से ही मेरा भारतीय सिविल सेवा में जाने का आकर्षण और लक्ष्य रहा है। मेरे अग्रज संजय कुमार पश्चिम रेलवे के उज्जैन में एएसएम हैं। मझले भैया डा. मुकेश कुमार राजस्थान के बीकानेर में आर्मी अस्पताल में चिकित्सक हैं। देश में समाजिक बदलाव के लिए नौकरशाही की महत्वपूर्ण क्षमताओं के संबंध में अग्रजद्वय का मार्गदर्शन प्राप्त होता रहा है।

कोसी टाईम्स :सिविल सेवा प्राप्त करने के बाद अब क्या करेंगे ?
कुमार आशीष :एक सिविल सेवक के रूप में अपने कर्तव्यों को प्रभावपूर्ण तरीके से निभाते हुए मेरी इच्छा आमजन के चेहरे पर मुस्कुराहट लाना है, यह तब अधिक जोर पकड़ा जब मैंने 1997 में अपने गृह जिला जमुई के जिलाधिकारी राजीत पुन्हानी से एक प्रश्‍न प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया था।
Police Station

कोसी टाईम्स:आपने सिविल सेवा को अपना कॅरियर बनाने को कब सोचा और इसके विकल्प के तौर पर क्या किया ?
कुमार आशीष :मैंने 1994 में सबसे पहले सिविल सेवा को एक कॅरियर बनाने के लिए सोचा। मेरे विचार से सिविल सेवा की तैयारी के दौरान अभ्यर्थी को वापस लौटने का विकल्प जरूर रखना चाहिए। मैं अकादमिक क्षेत्र में जाने का विकल्प अपने पास रखा था। मैं विगत दो वर्षों से जेएनयू, नई दिल्ली के फ्रैंच सेंटर में स्नातक कक्षाओं में फ्रांसीसी भाषा पढ़ा रहा था।

कोसी टाईम्स :अपनी अकादमिक पढ़ाई के साथ-साथ आपने सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी कैसे जारी की ?
कुमार आशीष :इस परीक्षा को पास करने में मेरी दृढ़ इच्छाशक्ति रही है। मैं अपने अकादमिक अध्ययनों,फ्रांसीसी भाषा में एमफिल तथा पीएचडी और जेएनयू में अतिरिक्त पाठ्यक्रमेत्तर गतिविधियों में काफी अधिक संलग्न हो गया था। इसलिए समय का प्रवंधन करना मेरे लिए कठिन कार्य था। लेकिन जहां चाह, वहां राह होती है। लिहाजा मैंने इन तीनों में एक अच्छा संतुलन बनाये रखने के लिए अपना सर्व श्रेष्ठ लगा दिया।

कोसी टाईम्स :आपकी रूचि और शौक क्या है ?
कुमार आशीष :यात्रा करना, हिन्दी संगीत सुनना, प्रश्‍नोत्तरी में भाग लेना तथा शतरंज खेलना।
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कोसी टाईम्स :कुछ खास बताना चाहेंगे ?
कुमार आशीष :सपने देखना चाहिए। सपने वो नहीं जो रात में सोने के बाद देखते हैं बल्कि सपने वो है जो जीवन लक्ष्य को निर्धारित करने के लिए आपको चैन से सोने नहीं देता है। सपने समाज के विकास में आपकी तरफ से योगदान करते हैं।
स्वयं में विश्‍वास खोने न दें। पूरे समर्पण के साथ बुद्धिमतापूर्ण ढंग से किया गया कठिन परिश्रम कभी भी पुरस्कृत हुए नहीं रहता है।

कोसी टाईम्‍स : मधेपुरा जिला वासियों को कोई संदेश देना चाहेंगे।
कुमार आशीष :जनता पुलिस को सहयोग करे हमलोग मधेपुरा को अपराध मुक्‍त बनायेंगे 

(साथ में प्रशांत कुमार, मुकेश मधुकर, सौरभ तथा ओमप्रकाश)

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