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पुर्णिया : संत मुक्तस्वरूप मानव सेवाश्रम नगडहरी को बिहार के मानचित्र पर लाने को लेकर बैठक आयोजित

संत योगेश ज्ञान स्वरूप तपस्वी ने कहा स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा इसे लगातार उपेक्षित किया गया है

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पुर्णिया/पूर्णिया, भागलपुर और मधेपुरा जिला के बीच सीमा पर अवस्थित संत मुक्त स्वरूप मानव सेवा आश्रम मुक्तधाम नगडहरी लालगंज परिसर में प्रबंधक संत योगेश ज्ञान स्वरूप तपस्वी के अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई।जिसमें सेवा आश्रम को विकसित और सुसज्जित करने के लिए विचार विमर्श किया गया।
मौके पर अधिवक्ता विनोद आजाद ने कहा कि सीमावर्ती जिले में यह आश्रम ऐतिहासिक स्थल हैं, जो पर्यटन की दृष्टि से काफी अहम हैं।इसे समुचित विकास की जरूरत है।उन्होंने कहा कि जनता में जागरुकता का भी प्रयास किया है लेकिन अभी तक इसमें रचनात्मकता कहीं दिखाई नहीं देती।

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पूर्वोत्तर बिहार के सबसे चर्चित एवं मानव सेवा आश्रम के प्रबंधक संत ज्ञान स्वरूप तपस्वी ने कहा कि यह मानव सेवा आश्रम कई मायनों में महत्वपूर्ण स्थान रखता है लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा इसे लगातार उपेक्षित किया गया है। यदि इस सेवाश्रम को सही तरीके से सजाया संवारा जाए तो धार्मिक दृष्टिकोण से काफी समृद्ध व बेहतर होगा। उन्होंने  जनप्रतिनिधियों से इस दिशा में ठोस कदम उठाए जाने की मांग की है।


साहित्यकार संजय कुमार सुमन ने कहा कि संत मुक्त स्वरूप मानव सेवा आश्रम मुक्तधाम काफी वर्षों से उपेक्षित रहा है। ऐतिहासिक स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में सभी लोग मिलकर प्रयास करें। इस जगह पर पर्यटन स्थल बनने की असीम संभावनाएं हैं। हमलोगों को मिलकर इस दिशा में ठोस कदम उठाएं जाने की जरूरत है।उन्होंने कहा कि यह वही आश्रम है जहां कबीर साहब के परम भक्त संत मुक्तस्वरूप साहब ने अपनी इच्छा मृत्यु को प्राप्त किया था।
सामाजिक कार्यकर्ता प्रशांत कुमार कन्हैया ने कहा कि बाबा के आश्रम का एक भव्य स्थल के रूप में विकास कर वाकिग प्लाजा, फव्वारे, योगा स्थल, शोभाकारी पौधों के साथ उसे ऐतिहासिक महत्व का दर्शनीय स्थल बनाने की दिशा में काम करने की जरूरत है। तीन जिलों के सीमा पर अवस्थित यहां सुबह-शाम घूमने के लिए लोगों के लिए एक रमणीय स्थल है। इसलिए इस आश्रम का विकास होना अत्यंत जरूरी है।
मौके पर अधिवक्ता विनोद आजाद, साहित्यकर संजय कुमार सुमन, समाजसेवी मनोज शर्मा, शिक्षक जवाहर चौधरी, योगेंद्र मंडल कर्मयोगी, उत्तम कुमार, प्रशांत कुमार कन्हैया आदि मौजूद थे।

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