अमित वर्मा/राकेश राज
एजुकेशन डेस्क @ कोसी टाइम्स.
जुनून और लगन के बल पर प्रतिभा हर परिस्थिति में अपनी मंजिल पा ही लेती है.मधेपुरा जिले के एक मजदूर मां और कुली बाप के बेटे सुजीत ने आईआईटी में ओबीसी कटैगरी से 1329वां रैंक हासिल कर दिखा दिया कि बड़ा आदमी बनने में पारिवारिक पृष्ठभूमि कोई मायने नहीं रखता है.अनपढ मां-बाप के बेटे सुजीत ने आईआईटी में सफलता पाकर गुदरी के लाल होने के कहावत को चरितार्थ कर दिया है. सुजीत के पिता जिले के पुरैनी प्रखंड मुख्यालय निवासी मजदूर प्रमोद मेहता ट्रकों पर बोरा लादकर अपने परिवार का पोषण करते हैं और माँ खेतों में मजदूरी करती है और दोनों किसी तरह परिवार के लिए दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करते हैं.पर बचपन से ही प्रतिभाशाली के धनी सुजीत की सफलता की राहों में आर्थिक तंगी कोई बाधा नहीं बनी और सुजीत इस बार आईआईटी में देश भर में ओबीसी में 1329 रैंक लाकर पूरे जिले को देशभर में चर्चा का विषय बना दिया.
सुजीत की इस बड़ी सफलता से सुजीत के मां-बाप और बहन की आँखों से खुशी के आंसू छलक पड़े. मां मीरा देवी भरे गले से कहती है कि मेरा बस एक ही सपना था कि एक न एक दिन मेरा बेटा बड़ा आदमी बने और अब तो बेटे ने मां के सपनों में उड़ान भर दिया है.
सुजीत की पारिवारिक पृष्ठभूमि :सुजीत के पिता प्रमोद मेहता पुरैनी बाजार में ही कुली का काम करते हैं वहीं मां मीरा देवी भी गाँव के जमींदारों के खेतों में मजदूरी किया करती है.हर कोई सुजीत के पिता को कह रहे हैं की तोहर……बेटा त गुदरी के लाल निकल गैलो.दो भाई और दो बहनों में एक भाई और एक बहन से छोटा है सुजीत. पढाई लिखाई गांव के ही एक प्राईवेट कोचिंग एपेक्स कोचिंग सेन्टर से प्रारम्भ हुई फिर प्रखंड अन्तर्गत श्री वासुदेव +2 उच्च विधालय नयाटोला से हुई जहाँ मैट्रिक में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होने के उपरान्त सुपर 30 की तैयारी में जुट गया और अन्ततः सुपर 30 में चयनित हुआ और फिर यहाँ से अपने दूसरे प्रयास में ही देश भर में 1329 रैंक हासिल किया है.
आगे की मंजिल :सुजीत अब आईआईटी खड़गपुर से इलेक्ट्रिकल में बीटेक करना चाहता है. वहीं सुजीत की मां मीरा देवी नें बताया कि वो हमेशा अपने दोनों बेटों को यह कहती थी कि देखो हमलोग अनपढ है तभी तो मजदूरी कर रहे हैं. तुमलोग खूब पढो लिखो तभी तो बड़े आदमी बनोगे और समाज में तभी तुम्हें सभी सम्मान की नजरों से देखेंगे. नतीजतन इस मां बाप के दोनों लाल नें भी कोई कसर नहीं बाकि छोड़ा सुजीत का बड़ा भाई अजीत भी टेक्नों इंडिया कोलकाता से बीटेक कर टीसीएस कंपनी में इंजीनियर है वहीं बहन अंजनी इन्टर कर चुकी है और छोटी बहन सोनी ने भी इस बार मैट्रिक का परीक्षा दिया है.हम ‘कोसी टाइम्स’ की तरफ से सुजीत के उज्ज्वल और सुखद भविष्य की कामना करते हैं.
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