सुशोभित सक्तावत
आपकी बात @ कोसी टाइम्स.
बीती रात कज़ान में खेले गए “कंफ़ेडरेशन कप” सेमीफ़ाइनल में चीले ने पुर्तगाल को “पेनल्टी शूटआउट” में 3-0 से हरा दिया। आपको याद आता है कि इससे पहले किसी “पेनल्टी शूटआउट” में कब इस तरह की “स्कोरलाइन” देखी गई हो?
चीले ने तीन किक दाग़ी और तीनों क़ामयाब रहीं। पुर्तगाल ने तीन किक दाग़ी और तीनों ही चूक गईं। पुर्तगाल के कप्तान और “रीयल मैड्रिड” के सुपरस्टार क्रिस्टियानो रोनोल्डो ने कोई पेनल्टी नहीं ली!
मैं फिर दोहराता हूं : पुर्तगाल के कप्तान और “रीयल मैड्रिड” के सुपरस्टार क्रिस्टियानो रोनोल्डो ने कोई पेनल्टी नहीं ली!
ये वही रोनाल्डो है, जो पेनल्टी लेने के लिए क़त्ल भी कर सकता है!
ये वही रोनाल्डो है, जो खेल शुरू होने के बाद पहले मिनट से ही इस फ़िराक़ में रहता है कि उसे पेनल्टी कैसे हासिल हो!
ये वही रोनाल्डो है, जो अपनी गर्दन पर विपक्षी टीम के डिफ़ेंडर द्वारा तेज़ सांस छोड़े जाने से ही गिर पड़ता है और फिर ढीठों की तरह एक फ़र्जी फ़ाउल पर एक फ़र्जी पेनल्टी की मांग करता है!
और ये वही रोनाल्डो है, जिसके एक-चौथाई गोल पेनल्टी किक की मुफ़्तख़ोरी से हासिल किए गए होते हैं!
“बार्सीलोना” में, मेस्सी सुआरेज़ को पेनल्टी पास कर देता है। “हैट्रिक” पर होने के बावजूद मेस्सी नेमार को पेनल्टी लेने देता है। इवान रैकिटिच साल में कुल पांच गोल दाग़ता है, लेकिन वह भी पेनल्टी मिलने पर जैवियर मैस्केरान्हो को किक लेने देता है, ताकि जैवियर “बार्सा” के लिए अपना पहला गोल कर सके। यह “बार्सीलोना” है! जबकि “रीयल मैड्रिड” में क्रिस्टियानो रोनाल्डो भुक्खड़ों की तरह पेनल्टी किक पर गिद्धदृष्टि जमाए रहता है। क्या आप मुझे बता सकते हैं कि “रीयल मैड्रिड” के लिए रोनाल्डो के अलावा किसी और ने आख़िरी बार पेनल्टी कब ली थी?
और इसी क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने बीती रात पेनल्टी नहीं ली। कारण? क्योंकि, रोनाल्डो हमेशा पांचवीं पेनल्टी लेता है, जिसे कि निर्णायक किक माना जाता है, क्योंकि बहुधा तब “स्कोरलाइन” 4-3 हुआ करती है। रोनाल्डो पांचवीं किक लेकर सुर्खियां हासिल करना चाहता है। यह उसके लिए स्वयं के अनवरत महिमामंडन की एक और चेष्टा है।
क्रिकेट की भाषा में कहें तो यह अंतिम बॉल पर छक्का मारकर हीरो बनने के लालच में 48वां ओवर मेडन खेल जाने की तरह है, जबकि आपकी टीम चार रनों से मैच हार जाए! क्या यह महज़ संयोग है कि महेंद्र सिंह धोनी भी 7 नंबर की जर्सी पहनते हैं और क्रिस्टियानो रोनाल्डो भी?
ठीक एक साल पहले इसी चीले के गोलची क्लॉडिओ ब्रावो के समक्ष “कोपा अमरीका” फ़ाइनल में लियोनल मेस्सी ने पहली पेनल्टी ली थी। मेस्सी पेनल्टी चूक गया। दुनियाभर में उसकी छीछालेदर हुई। उसे अर्जेंतीना की हार के लिए दोषी ठहराया गया। लेकिन कम से कम मेस्सी ने कप्तान होने के नाते पहली पेनल्टी तो ली थी, रोनाल्डो की तरह वह नैनी के पीछे तो नहीं छुप गया।
सेमीफ़ाइनल शुरू होने से पहले चीले के अर्तुरो विदाल ने कहा था कि “क्रिस्टियानो रोनाल्डो डज़ नॉट ईवन एग्ज़िस्ट फ़ॉर मी!” विदाल की बात को रोनाल्डो ने ही सही साबित कर दिया है। ही वॉज़ नॉट ईवन एग्ज़िस्टिंग ड्यूरिंग द पेनल्टी शूटआउट!
अर्तुरो विदाल “बायर्न म्यूनिख़” के लिए खेलता है। यह वही “बायर्न म्यूनिख़” है, जिसे रोनाल्डो के दो “ऑफ़साइड” गोलों की बदौलत “रीयल मैड्रिड” ने इस साल “यूएफ़ा चैंपियंस लीग” क्वार्टरफ़ाइनल में बेईमानी से हराया था। हार का ज़ख़्म अभी तलक विदाल को साल रहा होगा। बीती रात विदाल ने नायकों की तरह पहली पेनल्टी ली और उसे गोलचौकी में दफ़न कर दिया, जबकि रोनाल्डो नदारद रहा।
शाब्बाश, अर्तुरो विदाल! अभी मेरा मन कर रहा है कि तुम्हारे साथ “बायर्न म्यूनिख़” का एंथम “मीया सान मीया” गाऊं!
फ़ुटबॉल की दुनिया ने क्रिस्टियानो रोनाल्डो से बड़ा ख़ुदगर्ज खिलाड़ी नहीं देखा। मेरे गोल, मेरे अवॉर्ड, मेरे टाइटिल्स, मेरा श्रेय, उसकी पूरी दुनिया इसी के आसपास घूमती है। क्रिस्टियानो इज़ अ कम्प्लीट डिस्ग्रेस। और आप लियो मेस्सी से उसकी तुलना करते हैं, जो जितने गोल दाग़ता है, उससे दोगुने पास कर देता है, क्योंकि वो जानता है, वो फिर और गोल कमा लेगा।
लॉन्ग लिव, लियो मेस्सी! डाउन विद, क्रिस्टियानो रोनाल्डो!
ग्लोरी ग्लोरी बार्सीलोना! शेम शेम रीयल मैड्रिड!
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