**मैन ऑफ द मनोरंज कुमार,मैन ऑफ द सीरीज बने शंकर
**बिहार एकता क्लब घोषई द्वारा आयोजित नीतीश स्मृति नॉकआउट क्रिकेट टूर्नामेंट का फाइनल मैच
इमदाद आलम
कोसी टाइम्स@चौसा,मधेपुरा
ईद के मौके पर बिहार एकता क्लब घोषई द्वारा आयोजित नीतीश स्मृति नॉकआउट क्रिकेट टूर्नामेंट का फाइनल मैच दुर्गापुर ने घोषई को 84 रन से हराकर चमचमाती ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। ईद के मौके पर आयोजित इस कार्यक्रम के पुरस्कार वितरण समारोह में विजेता और उपविजेता टीम को ट्रॉफी प्रदान करते हुए सरपंच शैलेंद्र कुमार यादव, प्रखंड उपप्रमुख शशि कुमार दास, सचिव कुन्दन घोषईवाला तथा अध्यक्ष सुमन शर्मा के द्वारा उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं भी प्रदान की गई।
सरपंच शैलेंद्र कुमार यादव ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि, खेल में जीत और हार एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। खेल को सिर्फ खेल की भावनाओं से ही खेला जाना चाहिए जिसमें अनुशासन को सर्वोपरि माना गया है। वहीं बिहार एकता क्लव के स्मृति शेष सक्रिय सदस्य नीतीश को तमाम खिलाड़ियों द्वारा भावभीनी श्रद्धांजलि भी प्रदान किया गया। कमिटी की ओर से सभी अतिथियों को फूल माला पहना और अंग वस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस मौके पर मुख्य रूप से मध्य विद्यालय घोषई के शिक्षा समिति अध्यक्ष लक्ष्मण मंडल, कोच माइकल राजू डिसूलवा, वार्ड सदस्य रघुनंदन शर्मा, वार्ड क्रियान्वयन सचिव पिंकू कुमार पासवान, बेचन शर्मा, महेश्वर राम, प्रहलाद पोद्दार, संजय यादव आदि मौजूद थे।
टी-20 मुकाबले में दुर्गापुर टीम के कैप्टन अमरेश कुमार ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया और उनकी टीम ने 19 ओवरों में सभी विकेट खोकर कुल 160 रन बनाई। जवाब में उतरी घोषई की टीम ने कप्तान अभिनंदन कुमार के नेतृत्व में खेलते हुए मात्र 76 रन में ही पूरी टीम ढेर गई। इस तरह दुर्गापुर की सशक्त टीम ने घोषई को कुल 84 रनों से हराकर जीतकर चमचमाती कप पर कब्जा जमाया। मैन ऑफ द मैच रहे मनोरंजन कुमार वही मैन ऑफ द सीरीज का खिताब शंकर कुमार को प्रदान किया गया।
इस टूर्नामेंट के निर्णायक की भूमिका अजय कुमार मेहता, बुद्धदेव भट्टाचार्य ने निभाई। मैच के स्कोरिंग मृत्युंजय कुमार और प्रभात कुमार । वही उद्घोषक के रूप में सौरभ और बंटी कर रहे थे। वहीं इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अमित झा, रौशन महनवां, अजय शर्मा, राजेश पासवान, रविन्द्र कुमार, अमित पोद्दार, जीवन कुमार आदि की भूमिका सराहनीय रही।
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