डीलर के बचाव में उतरे जदयू नेता के मुंह पर लाभुकों ने फेंका सरा हुआ चावल
आक्रोशित लाभुकों ने खदेड़ कर दोनों जदयु प्रखंड अध्यक्ष को गांव से किया बाहर
उदाकिशुनगंज,मधेपुरा/ लोगों को खराब अनाज देने वाले डीलर के पक्ष में उतर दो जदयू नेता को उस समय भारी बेइज्जती का सामना करना पडा जब लाभुकों ने डीलर द्वारा दिए गये सरे हुए चावल को नेता द्व के मुंह पर फेंक गाँव से खदेर दिया. मामला उदाकिशुनगंज के मंजौरा का है जहाँ लाभुकों के शिकायत पर डीलर सोनम कुमारी से एसडीएम के द्वारा शाॅकाउज पूछ लिया गया है.अब मामला फंसता देख मंगलवार शाम को डीलर के पिता और भाई ने मंजौरा कैंप के सामने दुर्गा मंदिर परिसर में सैकङों लाभुकों को बुलाकर बैठक आयोजित कर आरोपों से क्लीन चिट देने की लाभुकों से मान मनोव्वल किया.इसी बैठक में सत्ताधारी दो नेताओं को भी बुलाया गया.
डीलर के पिता ने डीलर के बचाव के लिए उदाकिशुनगंज जदयू प्रखंड अध्यक्ष जनार्दन राय और बिहारीगंज के जदयू प्रखंड अध्यक्ष राजनीति शाह को भी बैठक में बुलाया था। दोनों प्रखंड अध्यक्षों ने मिलकर लाभुकों को मनाने का भरसक प्रयास किया पर आक्रोशित लाभुकों ने डीलर पिता के द्वारा वितरित सरा हुआ चावल उन लोगों के मुंह पर फेंक दिया। इतना ही नहीं आक्रोशित भीड़ में दोनों प्रखंड अध्यक्ष को खदेड़ कर गांव से बाहर कर दिया। डीलर के पिता सभी से अनुनय विनय करते रहे एक बार हमें मुक्त कर दीजिए आगे से ऐसी गलती फिर से नहीं करेंगे।पर ग्रामीणों ने एक नही सुनी .
ग्रामीणों का आरोप था कि महिला लाभुक को डीलर के पिता शाम के समय में बुलाते हैं और उनसे बदसलूकी करते हैं। महिला लाभुक को दिन में कहते हैं कि लिंक नहीं है शाम को आना। महिला लाभुकों ने आरोप लगाया कि अंतोदय वाले लाभुकों को बीपीएल बताकर कम राशन देते हैं। डीलर का भाई कहता है कि हम एसडीओ कार्यालय में काम करते हैं इसलिए एसडीओ साहब हमारा कुछ नहीं करेंगे। एक बूढ़े बाबा ने बताया कि डीलर कहती है हम मसोमात हैं तो फिर वह ससुराल में क्या कर रही है। इतना हंगामा होने के बाद भी वह मंजोड़ा क्यों नहीं आई है अब तक। उसे बुलाइए उसे पूछा जाएगा कि उसके पास 1 साल का बच्चा कहां से आया है। बच्चे भी ऑनलाइन पैदा होते हैं क्या। लाभुकों ने कहा कि डीलर का पिता कहते हैं हमतो सरकार (दो जदयु प्रखंड अध्यक्ष)को ही उठा कर ले आए हैं एसडीओ वीडिओ तो हमारे जेब में है आप लोग दस्तखत कर दीजिए कि कोई गड़बड़ी नहीं है।
लाभुको ने कहा कि डीलर को बचाने में क्षेत्रीय दो-दो माननीय अपनी पूरी ताकत लगा दी है। हमलोगों को किसी कीमत मे यह डीलर बर्दाश्त नहीं है। अधिकारी इसका लाइसेंस रद्द करें अन्यथा हम लोग चरणबद्ध आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। बाद में एसडीएम राजीव रंजन कुमार सिंहा को सुचना मिलने पर मंजौरा कैंप प्रभारी तिलैश्वर प्रसाद यादव को भेजा। कैंप प्रभारी के हस्तक्षेप के बाद भीर को वहां से हटाया गया।
मामले में स्थानीय जिप सदस्य रीना जायसवाल एवं जिप प्रतिनिधि सह पुर्व मुखिया मंजौङा अनिल जायसवाल ने कोरोना काल में 144 धारा लागू रहने के बावजूद भारी संख्या में बिना मास्क और शोल डिस्टेंसिंग के लोगों की भीड़ जुटाने पर कङा ऐतराज जताया है । उन्होंने अधिकारियों से भीड़ जुटाने वाले आयोजक पर कोरोना महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई करने की मांग की है। साथ हीं कोरोना काल में लाभुकों के हकमारी करने वाली परित्यक्ता के आधार फर्जी तरीके डीलर का लाइसेंस हासिल करने वाली डीलर पर कार्रवाई लाइसेंस रद्द कर 420 का मुकदमा चलाए जाने कि अधिकारियों से माँग कि है।
उधर एसडीएम को जब मंजौरा कैंप के सामने भीड़ लगाकर बैठक करने और बैठक में हंगामे की जानकारी मिली तो उन्होंने प्रशासन को अविलंब भेजकर पहले भीङ हटाने और कोरोना गाइडलाइन उल्लंघन मामले में कार्रवाई करने का आदेश दिया है। जदयु प्रखंड अध्यक्ष राजनीति शाह ने बताया कि मंजौरा गए हुए थे पर डीलर के प्रति लाभुक पुरे आक्रोश में थे किसी भी तरह का समझौता नही हुआ। जदयु प्रखंड अध्यक्ष जनार्दन राय से संपर्क नही हो पा रहा है।
बड़ा सवाल है कि जन वितरण प्रणाली से मिलने वाले अनाज की गुणवत्ता इतने रद्दी होने के बाद शिकायत पर जब लाभुकों ने शिकायत किया और अब स्पष्टीकरण पूछा गया है तो सत्ताधारी दल के नेता किस हैसियत से ग्रामीणों को डीलर को छोड़ देने के लिए मजबूर किया जा रहा है? क्या नेता द्व को भी इस मामले में कमिशन दिया जाता है या उनका भी तार इससे जुड़ा हुआ है?बहरहाल ग्रामीण आक्रोश में हैं और कहा है बिना कार्रवाई के कुछ मंजूर नही अन्यथा चरणबद्ध आन्दोलन करेंगे.