स्ट्राइभर प्रशांत
कला-संस्कृति डेस्क @ कोसी टाइम्स.
स्वतंत्र भारत के पहले उपराष्ट्रपति व द्वितीय राष्ट्रपति रहे डॉo सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म आज ही के दिन 1888 में हुआ था.उनके जन्म दिवस को सम्पूर्ण भारतवर्ष में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है.श्री कृष्णन राष्ट्रपति रहते हुए भी छात्रो के बीच काफी लोकप्रिय रहे है क्योंकि वो हर तबके के छात्र को आगे बढ़ते हुए देखना चाहते थे.
प्रस्तुत है कोसी टाइम्स की नियमित पाठक सुमति शर्मा (जो लखनऊ, उत्तरप्रदेश से है)की शिक्षक के सम्मान में एक छोटी सी कविता…….
शिक्षक….
कुम्हार की तरह शिक्षा की चाक चलाता है
और बचपन की गीली मिट्टी को मनुष्य जैसा बनाता है
सृजन की विलक्षण प्रतिभा का धनी है जिसने समाज को
शिक्षित करने की राह चुनी है, मात्र प्रतिमा ही
जिसकी काम कर जाती है और एकलव्य सा
शिष्य समाज को दे जाती है ,शिक्षक ज्ञान के
अपार भण्डार का पोषक है बस…सम्मान ही
उनका असली पारितोषक है शिक्षक प्रेरक है पूजनीय है
शिक्षक ,सभी के लिए वन्दनीय है…
सुमति शर्मा
शिक्षा-B.A.,M.A.(सोशियोलॉजी)
लख़नऊ, उत्तरप्रदेश.
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