11 मिनट में ही फेसबुक से नौ दो ग्यारह हो गये इंटरनेशनल गणित गुरु आनंद
प्रशांत कुमार । कोसी टाइम्स/ किसी जन्मजात महान आत्मा ने कभी कहा था कि महानता तीन प्रकार की होती है। पहली कैटेगरी की महानता जन्मजात होती है, दूसरी विरासत में मिलती है और तीसरी महानता आडंबरों के आभामंडल में ओढ़ी जाती है… और जब इस आडंबर के चादर पर सच्चाई की किरणें आपतित होती (गिरती) है तो तीसरी कैटेगरी का स्वयं सिद्ध महान इंसान हरि भजन करते-करते कपास ओटने लगता है। तीसरी कैटेगरी की महानता से अक्सर राजनीतिक शख्सियतों वह धार्मिक गुरु घंटालों की चादर मैली रहती है। लेकिन कभी-कभी इस झीनी झीनी चदरिया को इन दो क्षेत्रों से इतर अपने तन बदन पर ओढ़ने के चक्कर में विश्व विख्यात सुपर 30 आनंद कुमार जैसे स्व-स्थापित महान आत्मा भी चारों खाने चित हो जाते हैं और अंततः चारों खाने चित होकर प्रत्यक्षतः गैर-राजनीतिक दिख रहे सुपर 30 आनंद कुमार जैसों को भी राजनीति का टापू किसी डूबते को तिनका का सहारा जैसे दिखने लगता है।
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कुछ दिनों पहले सुपर 30 नाम से एक फिल्म आई थी। बहुतों ने इसे सिनेमाघरों में देखा और बहुतेरे भावुक लोग सिनेमा घरों के आगे कैमरे लिए फर्स्ट रिव्यू पाने को बेचैन पत्रकारों के सामने फफक पड़े थे। कहने को तो यह फिल्म पटना स्थित सुपर थर्टी के संस्थापक आनंद कुमार की बॉयोपिक बताई जाती है पर इसमें निर्देशक विकास बहल ने कल्पनाओं का ऐसा कॉकटेल फेट (मिला) दिया कि यह बॉयोपिक कम और फिक्शन (मनगढ़ंत) ज्यादा लगती है, पर इसमें से सच और झूठ के नीर क्षीर को वही अलग कर पाए जिन्हें सुपर थर्टी और आनंद कुमार के बारे में पहले से कुछ कुछ पता था। इस फिल्म के निर्माण के साथ ही आनंद कुमार और उनकी सुपर थर्टी कई मामलों को लेकर लगातार कंट्रोवर्सी में घिरती चली गई। तमाम विवादों और सुपर थर्टी के परिणामों में पारदर्शिता की कमी के सवाल पर आनंद कुमार लगातार मीडिया में गोलमोल जवाब देते रहे। वह बार-बार कहते रहे कि 2018 में सुपर थर्टी के 30 में से 26 बच्चों का IIT में सलेक्शन हुआ है पर सुपर थर्टी के IIT सलेक्टेड 2018 बैच के छात्रों का नाम अब तक उन्होंने जाहिर नहीं किया है।
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फेसबुक लाइव छोड़ भागे : रविवार की शाम 4:00 बजे आनंद कुमार एक नामी-गिरामी अंग्रेजी मीडिया हाउस के फेसबुक पेज पर छात्रों को ‘इंडियन’ इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) की पहली सीढ़ी JEE (Mains) में सलेक्ट होने के ‘एक्सप्रेस’ टिप्स देने के लिए हाजिर हुए थे, पर लाइव देख रहे कई दर्शकों के चुभते सवालों से असहज होकर 11 मिनट में ही लाइव बंद कर चलते बने। उस पर तुर्रा तो यह कि जिस मीडिया हाउस के फेसबुक पेज पर आनंद कुमार छात्रों को IIT (JEE Mains) के गुर बताने के लिए लाइव हुये थे, उसके एडमिन ने भी उनको विषय से संबंधित बातें करते न देख छात्रों को परीक्षा संबंधी टिप्स देने के लिए ध्यान आकृष्ट कराया पर आनंद कुमार लाइव के अंत तक मोटिवेशन का मंगलगान करते रहे।
अब इस लाइव के सैकड़ों कमेंट्स को हाईड कर (छिपा) दिया गया है जो कि सवालिया निशान खड़े करता है। अब सवाल उठता है कि कमेंट्स के तौर पर आए इन सैकड़ों चुभते सवालों को आखिर इस मीडिया हाउस के पेज एडमिन ने हाईड किया या आनंद कुमार ने लाइव समाप्त करने के तुरंत बाद खुद ही हाईड कर दिया। कमेंट्स को हाईड करने का कांड पेज एडमिन ने किया हो, इसकी संभावना बहुत कम दिखती है। इस कारनामे को किसने अंजाम दिया यह जाँच का विषय हो सकता है पर इंटरनेशनल गणित गुरु के जेहन में जरूर मिर्ज़ा ग़ालिब का सूत्रे-शायरी कुछ यूँ नाच रहा होगा कि…
बड़े बेआबरू हो के फेसबुक तेरे कूचे से हम निकले
बहुत निकले मेरे अरमां, मगर फिर भी कम निकले !
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