पुरैनी(मधेपुरा) से अफजल राज की रिपोर्ट/ पुरैनी बाजार व आसपास के इलाके में अवैध रूप से संचालित निजी क्लीनिक का संचालन करने के मामले में शनिवार को प्रखंड प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए बड़ी कार्रवाई की है । तीन अवैध रूप से संचालित क्लिनिक को सील की खबर सुनकर चिकित्सा माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है। प्रशासन के डर से कयी मेडिकल और निजी क्लिनिक संचालक बंद करके फरार हो गया है। बताया गया कि असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी मधेपुरा द्वारा ज़ारी पत्र और माननीय उच्च न्यायालय पटना द्वारा प्राप्त निर्देशालोक में फर्जी तथा मानक के विपरीत संचालित नर्सिंग होम, क्लिनिक व लेबोरेट्री पैथोलॉजी को बंद कराने हेतु शनिवार को समाहरणालय मधेपुरा द्वारा गठित जांच दल का गठन किया गया था।
पुरैनी जांच टीम में सीओ पुरैनी किशुन दयाल राय, थानाध्यक्ष दीपक चंद्र दास , प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी विनय कृष्ण प्रसाद को संयुक्त रूप से प्रखंड क्षेत्र में संचालित विभिन्न क्लिनिक का जांच करने का निर्देश दिया गया था। वरिय पदाधिकारी के निर्देश पर सीओ किशुन दयाल राय, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी विनय कृष्ण प्रसाद, एसआई मृत्युंजय कुमार ने पुरैनी प्रखंड क्षेत्र अन्तर्गत संचालित विभिन्न क्लिनिक और जांच घर का जांच किया। जिसमें पुरैनी मुख्यालय स्थित अवैध रूप से संचालित दो और प्रखंड क्षेत्र के कुरसंडी में संचालित एक अवैध नर्सिंग होम सहित कुल तीन अवैध नर्सिंग होम को सील कर दिया गया।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी विनय कृष्ण प्रसाद ने बताया कि पुरैनी मुख्यालय के अम्बेडकर चौंक स्थित एसएच 58 के किनारे रंजना वर्मा के घर पर अवैध रूप से संचालित क्लीनिक और मुख्यालय बाजार के दुर्गास्थान स्थित राजेश कुमार के क्लिनिक सहित एक कुरसंडी में संचालित अवैध क्लिनिक को सील किया गया। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा कि बिना रजिस्ट्रेशन के चले एक भी निजी क्लिनिक को किसी भी सूरत में नहीं बख्सा जाएगा। जांच की कार्रवाई निरंतर चलेगाई।
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