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बिहार के सभी जिले,प्रखंड में पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की प्रतिमा लगाई जाएगी-सांसद चिराग पासवान

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खगड़िया/जमुई सांसद और लोजपा(रा) के सुप्रीमो चिराग पासवान शनिवार को अपने पैतृक गांव शहरबन्नी पहुंचे। यहां उन्होंने अपनी बड़ी मां राजकुमारी देवी से मुलाकात की। उनका हालचाल जाना। मालूम हो कि राजकुमारी देवी अभी बीमार चल रही हैं। राजकुमारी देवी चिराग को देखकर भाव विभोर हो उठी।

शहरबन्नी में उन्होंने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कई मुद्दों पर खुलकर बातें की। उन्होंने कहा कि आज की तारीख में महंगाई बेकाबू होती जा रही है। लोगों के धैर्य टूटते जा रहे हैं। बोले, यह समझ में आता है कि लाकडाउन लगा था। जिससे पूरी दुनिया प्रभावित हुई थी। लेकिन हर बीते दिन के साथ पेट्रोल, डीजल के दाम बढ़ते जा रहे हैं, ट्रांसपोर्टेशन कोस्ट बढ़ने से रोजमर्रा के सामानों की कीमत बढ़ती जा रही है। लोग परेशान हो चुके हैं।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रुपये गिरते जा रहे हैं। इन तमाम चीजों पर ध्यान देने की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है। उन्होंने कहा कि देश में 81 करोड़ लोगों को कोरोना काल के समय प्रधानमंत्री जन कल्याण योजना के तहत मुफ्त में अनाज देने का रोड मैप स्मृति शेष पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने प्रधानमंत्री से मिलकर तैयार किया था। देश की राजनीति में पांच दशकों तक उन्होंने अपना योगदान दिया। लेकिन बिहार सरकार ने उन्हें ना तो उनकी जयंती और न ही पुण्यतिथि पर कभी सम्मान देने का काम किया।

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उन्होंने कहा कि गरीबों को मजबूत करने की सोच हमारे नेता रामविलास पासवान में थी। जिन्होंने अपनी अंतिम सांस तक देशवासियों और बिहार वासियों के लिए काम किया। आज लगभग डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी राज्य सरकार के द्वारा उन्हें कोई सम्मान नहीं दिया गया। जबकि हमलोगों ने सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किया था कि उनकी प्रतिमा लगनी चाहिए। प्रतिमा एक सांकेतिक सम्मान होता है। जिन्हें भविष्य में बच्चे बेहतर कार्य के लिए याद करते हैं।

उन्होंने कहा कि हमने संकल्प लिया है कि बिहार के हर एक जिले में प्रथम चरण में उनकी प्रतिमा लगाई जाएगी। दूसरे चरण में प्रत्येक प्रखंड और संभवत: प्रत्येक गांव में उनकी प्रतिमा लगाई जाएगी। पांच जुलाई को उनकी जयंती पर उनकी कर्मभूमि हाजीपुर से इसकी शुरुआत की जाएगी। देश में स्मृति शेष रामविलास पासवान को दूसरे अंबेडकर के नाम से जाना जाता है।

चिराग पासवान ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि किसी का बंधुआ मजदूर बनकर साथ नहीं रहूंगा। बीते आठ वर्षों में केंद्र सरकार ने कई बेहतर कार्य किए हैं, लेकिन अभी भी कई कार्य करने शेष हैं। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना जरूरी है। सरकार बोले नहीं, बिना राजनीति किए इसे करके दिखाएं।

चिराग पासवान ने भाजपा से गठबंधन पर पूछे गए सवाल पर कहा कि फिलहाल एकला चलो, की नीति पर हमारी पार्टी चल रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हनुमान की संज्ञा से राजनीतिक गठबंधन का कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा, अगर मुझे सत्ता का लालच होता तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने आज नतमस्तक होता। उन्होंने नीतीश कुमार पर प्रहार करते हुए कहा कि, मुख्यमंत्री ने मेरे नेता को अपमानित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। दलित- महादलित का विभाजन ही हमारे नेता के कद को छोटा करना था। इस मौके पर लोजपा खगड़िया के जिलाध्यक्ष शिवराज यादव भी मौजूद थे।

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