ब्यूरो रिपोर्ट@कोशी टाइम्स,अररिया
अररिया : “मैं बैराग” 18 वर्षीय युवा लेखक सैफ अली खान द्वारा लिखी हिंदी फीचर फिल्म है , जो अभिनेता आमिर समर खान के छोटे भाई हैं। दोनों ने अपने पिता फारूक खान के सपने को पूरा करने के लिए एक शानदार काम किया है, जो इस फिल्म में एक अच्छे अभिनेता और फकीर बाबा की भूमिका की है व तीनों फारबिसगंज अररिया, बिहार से है।
मैं बैराग कप्तान आलोक कुमार की कल्पना से प्रेरित बिहार में कोसी जोन और नेपाल की तकनीकी टीम से एक प्रतिभाशाली रचनात्मक टीम द्वारा निष्पादित की गई है।
फ़िल्म की कहानी–
मुख्य रूप से “मैं बैराग” भारत के नेपाल सीमा पर एक मुस्लिम ग्रामीण लड़के की कहानी है जो चमड़े के व्यापार में था और धर्म आधारित सामाजिक और राजनीतिक स्थिति से लड़ने में वह अपने क्षेत्र के विधायक बन गया, लेकिन उसके दुश्मन ने एक नया जाल लगाया, जिसने उसे असहाय बना दिया और अंत में वह धर्म को आत्मसमर्पण करता है।
कलाकार–
इस फ़िल्म में अधिकांश जूनियर कलाकार और सहायक टीम के सदस्य एक ही स्थान से हैं। विलेन का रोल RAVI नेपाल से है और उसके कार्य अद्भुत हैं। अभिनेत्री प्रज्ञा तिवारी ने अपनी सभी अच्छी क्षमताओं के साथ प्रदर्शन किया है और वह हिंदी सिनेमा में एक उभरती स्टार हैं। नेपाल बॉर्डर स्थित जोगबनी के चर्चित अनवर राज कष्टम इंस्पेक्टर की भूमिका में और सहायक भूमिका में तरुण सिंह हैं।
वही मैं बैराग के निर्देशक संतोष सरकार (नेपाली नागरिक) व निर्मात्रि पुष्पा घोष (कप्तान आलोक कुमार) की पत्नी है
वही कलाकारों में देखे तो आमिर समर खान, प्रज्ञा तिवारी, अनवर राज, तरुण सिंह, रवि, जुग्नू अकेला, पूर्णिमा निरदौस आदि का बेहतर अभिनय रहा है
निर्मात्री पुष्पा घोष ने बताया कि “मैं बैराग” नवम्बर में बिहार नेपाल सहित महानगरों में डेढ़ सौ से ज्यादा सिनेमाघरों में एक साथ रिलीज होगी।
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