पटना/ कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद ऑक्सीजन की मांग अचानक ही बढ़ गई। यह समस्या बिहार की ही नहीं बल्कि तमाम राज्यों में आई है। इसी का लाभ उठाते हुए कुछ लोग बेतहाशा चोरी से ऑक्सीजन बेचने लगे हैं। अस्पतालों में सस्ते दर पर ऑक्सीजन मिल जाती है। खासकर सरकारी अस्पतालों में तो मात्र 250 रुपये में ही। इसके बाद कालाबाजारी करने वाले अस्पतालों को न देकर सीधे ब्लैक करने लगे।
एक ओर पूरा देश वैश्विक महामारी कोरोना की मार से जूझ रहा है, वहीं ब्लैकमेलर इस आपदा को कालाबाजारी में बदलने में जुट गए हैं। आपको बताते चलें कि पटना के एक निजी चैनल के दफ्तर में पुलिस की छापेमारी में दर्जनों ऑक्सीजन सिलेंडर बरामद हुए हैं।जिला प्रशासन पटना की टीम द्वारा सिलिंडर की अनाधिकृत रूप से खरीद बिक्री एवं जमाखोरी की सूचना मिलने पर एस.के. पूरी थाना क्षेत्र में छापामारी की गई। थाना क्षेत्र के आनंदपुरी इलाके में किराए के मकान में एक निजी न्यूज के चैनल के दफ्तर से ऑक्सीजन सिलिंडर जब्त किया गया है।
पड़ोस के आदमी ने बताया की रात भर सिलिंडर की अनलोडिंग हुई है। पटना स्थित दफ्तर से रितेश शर्मा को हिरासत में लिया गया है। दफ्तर किराए पर चल रहा था, किरायेदार कटिहार जिला के ललित अग्रवाल बताया जा रहा है।
सूत्र बताते हैं कि कुछ लोग 240 रुपये वाली गैस आठ हजार रुपये तक बेचने लगे थे। वहीं तीन हजार वाले ऑक्सीजन के बड़े सिलेंडर 25 हजार रुपये से अधिक मुंहमांगी कीमत में बेचने लगे थे। हालांकि जिला प्रशासन ने सख्ती बरतते हुए कालाबाजारियों पर नकेल कस दी है।
मामले में एस. के. पूरी के एस. एच. ओ. ने कोसी टाइम्स से बातचीत में बताया कि केबीसी चैनल के दफ्तर में छापेमारी हुई थी, इसकी जांच चल रही है खबर लिखे जाने तक FIR दर्ज नहीं कि गई है।
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