पटना/ राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के छोटे पुत्र इंजीनियर अजीत सिंह अपने समर्थकों के साथ मंगलवार को जदयू में शामिल हो गए। वीरचंद पटेल स्थित कर्पूरी सभागार में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने अजीत सिंह को पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर ललन सिंह ने जगदानंद सिंह को जदयू में आने का आफर भी दिया। उन्होंने कहा कि पिता अपने बेटे का दर्द समझें और हमें उम्मीद है कि वो अजीत सिंह का अनुसरण करेंगे। हमें पूरी उम्मीद है कि जगदा बाबू का स्वाभिमान जगेगा और बेटे का अनुसरण करेंगे।
ललन सिंह ने कहा कि अजीत सिंह की एक पहचान तो ये है कि वो जगदानंद सिंह के बेटे हैं। इसके अतिरिक्त भी उनकी एक पहचान है। अजीत सिंह 13 सालों से राजनीति में सक्रिय हैं। सबसे बड़ी बात कि बीआइटी से इन्होंने इंजीनियरिंग की है और एक अच्छे फर्म में काम कर रहे थे, लेकिन उसे छोड़कर महिला सशक्तिकरण पर लगातार काम कर रहे हैं। मुझे आश्चर्य होता है कि जगदा बाबू कैसे अपमानित हो कर अपना स्वाभिमान जगा नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जननायक कर्पूरी ठाकुर के सपनों को साकार कर रहे हैं। न्याय के साथ सबका विकास कर रहे हैं।
जदयू में शामिल होने पर अजीत सिंह ने कहा कि राजद समर्पित कार्यकर्ताओं का कब्रगाह है और वहां अटैची वालों की ही पूछ है। यह विचारणीय है कि राजद में जो नेता हैं, उनके बेटे दूसरे दल में जा रहे हैं, क्योंकि उनके पिता का अपमान हो रहा है। बिहार का गौरव कोई बढ़ा सकता है तो वे नीतीश कुमार हैं। राजद का कोई भविष्य नहीं है। प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी का कहना कि ए-टू-जेड की पार्टी राजद है। वहां आप बिजनेस कर सकते हैं, ठीकेदारी कर सकते हैं, लेकिन टिकट अटैची वाले को ही मिल सकता है।कार्यक्रम में जदयू के महासचिव डा. नवीन कुमार चंद्रवंशी एवं हर्षवर्धन, पूर्व मंत्री जयकुमार सिंह, पूर्व विधायक मंजीत सिंह व ओमप्रकाश सिंह सेतु समेत अन्य नेता मौजूद थे।
Comments are closed.