मधेपुरा/ पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, पटना के इतिहास विभाग द्वारा संचालित कोर्स वर्क के अंतर्गत बिहार में पहली बार अंतर विश्वविधालय विचार विनिमय कार्यक्रम ( इंटर युनिवर्सटी आइडिया एक्सचेंज प्रोग्राम ) का प्रारंभ किया गया है। जिसके तहत पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के शोधार्थी साउथ बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय,गया , मगध विश्वविद्यालय गया तथा ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी एंव दरभंगा के अन्य ऐतिहासिक स्थल , बिहार सरकार द्वारा संचालित चंद्रवंशी संग्रहालय एंव कल्याणी फाउंडेशन का अवलोकन एवं शोध के क्षेत्र में उसकी उपयोगिता से परिचित हुए हैं। इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए शोधार्थी आज बीएन मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा में मौजूद थे।। जहां इतिहास विभाग में दोनों विश्वविद्यालय के शोध छात्रों के मध्य विचारों का विनिमय हुआ। शोध के विभिन्न आयामों पर शोधार्थियों ने आपस में चर्चा किया । प्रो. अविनाश कुमार झा के नेतृत्व में आये नव शोधार्थियों का दल और यहां के शोधार्थियों तथा गणमान्य शिक्षकों के मध्य शोध संबंधी नए क्षेत्र, नई विचार एवं बिहार में शोध कार्य को कैसे उत्कृष्टता प्रदान की जाए इसपर चर्चा हुआ।
प्रोफेसर अविनाश कुमार झा ने बिहार के गौरवशाली इतिहास का जिक्र करते हुआ कहा कि विचारों के आदान-प्रदान के बिना शोध में उत्कृष्टता ला पाना असंभव है। विचारों के आदान-प्रदान से ही हम शोध में बिहार एक नया मुकाम हासिल कर सकता है। उन्होंने मिथिला के समृद्ध संस्कृति जिक्र करते हुये ‘ग्लोबल टू लोकल’ इतिहास लेखन की ओर बढ़ने तथा इस परिप्रेक्ष्य से शोधार्थियों को अपने शोध विषय को चुनने का सुझाव दिया। पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के इस रचनात्मक व उपयोगी कार्यक्रम के उपयोगिता को मानते हुए बीएन मंडल विश्वविद्यालय के अधिकारियों द्वारा भी इसे अपनाने का पहल किया गया । इस कार्यक्रम से शोधार्थी नये विचार व शोध के विभिन्न पक्षों से रूबरू हुये। पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय से हिमांशु चतुर्वेदी , विकास कुमार , देवचन्द्र मिश्रा, मुकंद कुमार आदि शोधार्थी मौजूद रहें।
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