मधेपुरा : छात्र जदयू के बीएनएमयू अध्यक्ष आनंद कुमार भूषण ने रक्तदान कर जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रही एक गर्भवती महिला की जान बचाई।
बताया गया कि मिशन हॉस्पिटल में भर्ती संतोष कुमार की पत्नी को डिलीवरी होने वाला था। हीमोग्लोबिन मात्र 6 प्रतिशत होने के कारण डॉक्टर ने हरहाल अविलंब में ब्लड की व्यवस्था करने काे कहा।
संतोष कुमार ने कहा कि जब वे सदर अस्पताल के ब्लड बैंक पहुंच कर ए पॉजिटिव ब्लड ग्रुप के बारे में पता किया तो ब्लड उपलब्ध नहीं होने की जानकारी मिली।
उसने बताया कि इसके बाद वे सोशल मीडिया के माध्यम से छात्र जदयू के विश्वविद्यालय अध्यक्ष आनंद कुमार भूषण से संपर्क कर अपनी समस्या बताई।

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जानकारी मिलते ही आनंद कुमार भूषण रक्तदान के लिए तैयार हो गए। सदर अस्पताल पहुंचकर रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद उसका हीमोग्लोबिन चेक किया तो 11.3 प्रतिशत होने के कारण ब्लड बैंक में तैनात डॉक्टर ने ब्लड निकालने से मना कर दिया।
उधर पेसेंट को ब्लड की सख्त जरूरत थी। इस परिस्थिति में आनंद कुमार भूषण ने मानवता का परिचय देते हुए कहा कि मां एवं उसके गर्भ में पल रहे बच्चे दोनों की जिंदगी खतरे में है। उनके शरीर में हीमोग्लोबिन कम है, लेकिन वे खतरे में नहीं हैं।
इसलिए उनका रक्त लेकर दो जिंदगी को बचाने की कोशिश की जाए। इसके बाद डॉक्टर के द्वारा ब्लड निकाला गया। अभी दोनों खतरे से बाहर है।
संतोष कुमार ने आनंद कुमार भूषण के प्रति आभार प्रकट किया। ब्लड डोनेट करने की स्थिति में नहीं रहने के बाबजूद रक्तदान कर जच्चा-बच्चा दोनों की जान बचाने की खबर जानने पर बीएनएमयू के रिसर्च स्कॉलर सारंग तनय व एआईएसयू के सौरभ कुमार ने आनंद भूषण के इस हौसले पर बधाई दी।