लालमोहन कुमार/जानकीनगर,पूर्णिया/ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जानकीनगर विस्तार केंद्र द्वारा चोपड़ा बाजार स्थित अस्थाई कार्यालय परिसर में संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की १३१वीं जयंती मनाई गई। बाबा साहब के तैल चित्र के सामने माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित किया गया।
मौके विभाग संयोजक अभिषेक आनंद ने कहा कि श्रद्धेय बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर एक महान विचारक, तेजस्वी वक्ता एवं दलितों के मसीहा थे। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन भर समाज में जातिवाद के उन्मूलन के लिए संघर्ष किया है और छुआछूत को जड़ से समाप्त करने के लिए प्रयास किया था। समाज में स्त्रियों की स्वतंत्रता का समर्थन करते हुए स्त्री शिक्षा पर बल दिया है। उनके अनुसार शिक्षा के माध्यम से ही लोग अपने अधिकारों के प्रति जागरूक बन सकते हैं। उन्होंने समाज में समानता व स्वतंत्रता के लिए प्रयास किए हैं।
नगर मंत्री बिक्रम चौधरी ने कहा कि बाबासाहेब आंबेडकर जी लंबे समय तक उनके साथ होने वाले भेदभाव को सहन किया था। इसलिए वह समाज में समानता के पक्षधर थे और समानता का स्वरूप राजनीति के कानूनी होने पर बल दिया था और वह राजनीतिक समानता से पहले सामाजिक समानता की बात करते हैं। फ्रांसीसी दार्शनिक रूसो के सामाजिक, समानता व स्वतंत्रता व बंधुत्व के विचारों से काफी प्रभावित थे और समाज में पाए जाने वाले हर प्रकार के शोषण व समानता को खत्म करना चाहते थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर सह मंत्री विपिन कुमार कर रहे थे। वही मौके पर राजीव कुमार, दीपक कुमार, अमित कुमार, अभिनंदन कुमार, रोहित राज सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।
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