गम्हरिया में घटित दुष्कर्म की घटना निंदनीय,हो न्यायिक जाँच-प्रखंड प्रमुख शशि कुमार

थाना अध्यक्ष अरविंद कुमार मिश्रा ने कहा कि पीड़ित लड़की के दादा ने अपना जुर्म कबूल किया है मेरे ऊपर लगाए गए आरोप बेबुनियाद है

राजीव कुमार@गम्हरिया,मधेपुरा

गम्हरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत दुलार पिपराही पंचायत के पिपराही गांव में पिछले दिनों एक 3 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना घटित हुआ था।घटना को लेकर अब राजनीति सरगर्मी तेज हो गई है। इस बाबत प्रखंड प्रमुख शशि कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से इस घिनौने घटना का उच्च स्तरीय जांच की मांग मधेपुरा के पुलिस कप्तान से की है। प्रखंड प्रमुख शशि कुमार ने कहा कि पिछले दिनों थाना क्षेत्र के पिपराही गांव में दुष्कर्म की घटना की जानकारी गम्हरिया थानाध्यक्ष को दी ।लेकिन थानाध्यक्ष अरविंद कुमार मिश्रा ने मामले को गंभीरता से लेने के बजाय उल्टे उनके परिजनों को हड़काया और बोला कि अज्ञात मामला है तो किस व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कराया जाएगा और डॉट डपटकर थाना से भगा दिया।परिजनों के काफी अनुनय विनय के बाद थाना अध्यक्ष द्वारा पीड़िता के परिजन से पैसे की डिमांड भी की गई और मामले को देख लेने की बात कही और आवेदन नहीं लिया गया। जबकि पीड़ित के परिजनों को गम्हरिया थाना में डांटकर भगा दिया गया । थानाध्यक्ष का यह रवैया काफी दुर्भाग्यपूर्ण है तथा इसकी जांच पुलिस अधीक्षक मधेपुरा अपने नेतृत्व में गंभीरतापूर्वक करें। साथ ही थाना परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की जानी चाहिए।

प्रखंड प्रमुख ने आरोप लगाया की जांच के बाद पता चल जाएगा की पीड़ित परिवार थाना आया था या नहीं इस बात का भी खुलासा सीसीटीवी कैमरा कर देगा ।

प्रखंड प्रमुख शशि कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया है कि थाना क्षेत्र में लोगों में चर्चा है की पूर्व में भी कई घटनाओं में आवेदन लेने के पश्चात बिना जांच किए ही गम्हरिया थाना अध्यक्ष अरविंद कुमार मिश्रा पैसे लेकर एफआईआर कर देते हैं और लोगों को जेल भेजते हैं। प्रखंड प्रमुख शशि कुमार ने कहा प्रतिनिधि होने के नाते जब इस तरह की शिकायत आम लोगों से मिलता है तो काफी दुख पहुंचता है। उन्होंने कहा मुझे भी संदेह है कि लड़की का दादा इस प्रकार की घटना को अंजाम दिया है या नहीं मुझे शक है। अपने आप को बचाने के लिए आनन-फानन में पीड़ित लड़की के दादा को गम्हरिया पुलिस हिरासत में ले लिया है और उन्हें जेल भेज दिया है। पीड़िता के परिवार का केस नहीं लेना एक संदेश उत्पन्न करता है एवं अमानवीय घटना की निष्पक्ष एवं उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए ताकि कोई भी निर्दोष व्यक्ति फंसे नहीं और दोषी बचे नहीं। यह मामला अब तूल पकड़ने लगा है कई जनप्रतिनिधियों ने मधेपुरा के पुलिस कप्तान से उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। देखना दिलचस्प होगा कि थाना अध्यक्ष के ऊपर किया कुछ कार्रवाई होती है या फिर मधेपुरा के पुलिस कप्तान इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल देते हैं ।यह तो समय बताएगा। फिलहाल मामला अब तूल पकड़ लिया है गम्हरिया बाजार के विभिन्न पान की दुकान सहित गांव और कस्बे में भी इस कुकृत्य की निंदा की जा रही है और गम्हरिया थानाध्यक्ष पर सवाल खड़े कर रहे है। थाना अध्यक्ष पर भी कई संगीन आरोप लोग लगा रहे हैं जो जांच का विषय है।

इस मामले में थाना अध्यक्ष अरविंद कुमार मिश्रा ने दूरभाष पर बताया कि पीड़ित लड़की के दादा ने अपना जुर्म कबूल किया है मेरे ऊपर लगाए गए आरोप बेबुनियाद है।