आँधी तुफान में किसानों का फसल हुआ बर्बाद, मुआवजे की मांग

मंगलवार की रात्रि आये तेज हवा और आँधी तुफान से किसानों के खेत में लगें मक्का फसल की काफी बर्बादी हुई है जिस कारण किसानों की कमर टूट गयी है .कई किसानो के छप्पर तथा झोपड़ी भी तेज हवा में उड़ गई है और कईयों के घर आंशिक रूप से भी बर्बाद हुए है जिससे किसानों को तत्काल घर में रहने की भी परेशानी हो गयी है ।किसानों ने सरकार से फसल क्षतिपूर्ति मुआवजा देने की मांग की है ।सहरसा के सौर बाजार प्रखंड के कई पंचायत में किसानों का घर भी गिर गया है ।

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जिले के सहरिया पूर्वी, विजयपुर, सिलेट, तीरी, सुहथ ,कढैया, कवैला, रामपुर सहित किसान का फसल वृहद रूप से बर्बाद हो गया है ।किसानों द्वारा लगाये गये मक्के का अधिकाँश भाग जड़ से आधे तना पर से टूट गया है जो अब सिवाय बर्बादी के कुछ नहो हो सकता है .किसानो ने बताया अभी मक्का में दाना आना शुरू ही हुआ था कि मौसम ने करवट ले लिया जिससे मक्के के साथ साथ आम और लीची में भी काफी नुक्सान आया है.

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अब इधर किसानों के समस्या पर बिहार राज किसान सभा भी मुखर होकर आवाज उठाया है और सरकार से राशि की मांग किया है .किसान सभा ने कहा किसानों के लिउए खडा रहने वाली संस्था  सरकार से मांग करता है कि किसानों का घर एव मक्का का फसल क्षति उचित मुआवजा दिया जाए ।बिहार राज्य किसान सभा के अध्यक्ष का गणेश प्रसाद सुमन ने किसानों के क्षतिग्रस्त फसल एवं घरों की उचित मुआवजा एवं उचित सहायता उपलब्ध कराने की मांग की है ।उन्होंने कहा कि लाकडाउन के कारण खेतों में लगी फसल के कारण सभी फसलों की बर्बादी हुई है वहीं बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है ।कहा किसानों का एक मात्र सहारा है फसल जिसे बेमौसम बारिश ने बर्बाद कर दिया है.किसानों के लिए संकट के इस दौर में सरकार को निश्चित ही किसानों के साथ आना चझिये और अविलम्ब किसानों को क्षति पूर्ति दिया जाना चाहिए .

सुभाष चन्द्र झा
कोशी टाइम्स @ सहरसा

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