लगातार हो रही बारिश से किसानों को परेशानी

रतन यादव/ हसनगंज, कटिहार/ हसनगंज प्रखंड क्षेत्र में विगत 6 दिनों से हो रही लगातार बारिश में धान के बिचड़े पानी में डूब गए हैं जिससे बिचड़े गलने लगे हैं। खरीफ फसल बर्बाद होने की आशंका को लेकर किसान काफी चिंतित हैं। किसानों ने बताया कि रोहिणी नक्षत्र में धान के बीज डाले गए हैं। जिसके तुरंत बाद बरसात के पानी भर गया। किसानों ने खेतों से पानी निकाल बिचड़े को बचाने की कोशिश की तब तक मानसूनी बारिश ने बिचड़े को डूबो दिया, जिसके बर्बाद हो जाने से धान की रोपनी काफी पिछड़ जाएगी। फसल पिछात पैदावार में काफी कमी आ जाएगी।

उन्होंने बताया कि किसानों ने महंगे कीमत में बाजार से खरीदारी कर धान के बीज डाले लेकिन अत्यधिक वर्षा ने बिचड़े को गला दिया, जिससे किसानों की कमर टूट गई है। किसान अब्दुल वाहिद, शेख सफीक, अमरनाथ यादव आदि ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र में 40 प्रतिशत हेक्टेयर भूमि में अगहनी की खेती किया जाता है। उन्होंने बताया कि धान के बीज उपलब्ध कराने के लिए कृषि विभाग द्वारा उच्च किस्म के धान पैकेट लिया गया था और बारिश ने धान बिचरा को किया नष्ट। किसानों के अरमानों पर फेरा पानी। मूसलधार बारिश और नदियों तालाबो का जलस्तर बढ़ने से धान के बिचड़े और सब्जियों की फसल भी प्रभावित हुई है। नदी के किनारे वाले हिस्से में लगी धान की बिचरा की फसल आधी से अधिक डूब चुकी है। खेत में दो से तीन फीट पानी है। नदियों और खेतों में पानी लबालब है। ऐसे में खेत से पानी निकलने का कोई रास्ता नहीं है। अगर एक-दो दिन में फिर लगातार बारिश जारी रहा तो फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाएगी।