मधेपुरा: आलमनगर-सोनामुखी सड़क में दिनदहाड़े एक व्यक्ति की अपराधियों ने की गोली मारकर हत्या

मृतक मुनेश्वर मंडल के द्वारा इस बार पंचायत चुनाव में मुखिया प्रत्याशी होने की घोषणा कर दी थी

ब्रजेश कुमार

कोसी टाइम्स@आलमनगर,मधेपुरा

आलमनगर थाना क्षेत्र के आलमनगर सोनामुखी सड़क में करुणावासा एवं पासवान टोला पुल के समीप कचहरी में मुंशी का काम करने वाले एवं मुखिया चुनाव लड़ने वाले मुनेश्वर मंडल की गोली मारकर दिनदहाड़े अपराधियों ने हत्या कर दी। रतवारा थाना क्षेत्र के गंगापुर पंचायत स्थित कोलवारा टोला निवासी 35 वर्षीय मुनेश्वर मंडल को  बेखौफ अपराधियों ने लगातार तीन गोली मारकर हत्या कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मुनेश्वर मंडल प्रत्येक दिन की तरह शुक्रवार को लगभग 5:30 बजे आलमनगर कचहरी जहां वह प्राइवेट स्तर से 10 वर्षों से मुंशी का काम कर रहा था। मुनेश्वर को मुनेश्वर मुंशी के नाम से जाना जाता था। कचहरी से काम कर वापस गंगापुर पंचायत के कोलवारा टोला अपने घर जा रहा था। इसी दौरान घात लगाए दो अपराधी के द्वारा करुणा बासा के समीप पुल के पास दो गोली मारे जिसके बाद मोटरसाइकिल लेकर मुनेश्वर मंडल गिर गया। पुनः हत्यारा बाइक से उतर कर एक गोली सीने में मार दिया। जिससे मुनेश्वर मंडल की मौत घटनास्थल पर ही हो गया और हत्यारा इटहरी गंगापुर की तरफ से वापस भाग गया।

ग्रामीणों ने बताया कि हत्यारा भी आलमनगर से मृतक मुनेश्वर के पीछे पीछे आ रहा था वहीं घटना की सूचना मिलते ही आलमनगर थाना अध्यक्ष उदय कुमार पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल को लेकर घटनास्थल पर पहुंचे एवं अपराधियों की भागे हुए दिशा में खोजबीन करने निकल पड़े। पुलिस द्वारा शव् को कब्जे में लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां चिकित्सकों के द्वारा मृत घोषित कर दिया। चिकित्सकों के द्वारा शरीर से एक गोली निकाली गई।

इस बाबत आलमनगर थाना अध्यक्ष उदय कुमार ने बताया कि मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है । हत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। परिजनों के द्वारा आवेदन मिलने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। मुनेश्वर मंडल की हत्या की खबर मिलते ही पूरे प्रखंड क्षेत्र में आग की तरह फैल गई और लोगों में हत्या को लेकर आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों के मुताबिक मृतक मुनेश्वर मंडल के द्वारा इस बार पंचायत चुनाव में मुखिया प्रत्याशी होने की घोषणा कर दी थी। चुनाव प्रचार जोरों से क्षेत्र में कर रहा था। जिसके बाद से पंचायत में चुनावी सरगर्मी तेज हो गया था।