संजय कुमार भगत@छातापुर,सुपौल
कुछ दिन पूर्व हमारे देश में कोरोना वायरस से तमाम जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी। ऐसी में हमारी ढाल भारत में बनाईं गई वैक्सीन थी। जिस निरंतर कैंप लगाकर लोगों को दिया जा रहा था। ऐसे में छातापुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत लक्ष्मीनियाँ शहतूत भवन पर बीते मंगलवार के दिन वैक्सीनेशन कैंप लगाया गया था जिसमें करीबन 40 से अधिक बचे हुए ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को वैक्सीन दिया गया। वैक्सीनेशन कैंप पर 45 वर्ष से अधिक व्यक्तियों को कोरोना का टीकाकरण किया जा रहा था। इससे पूर्व भी सहतूत भवन पर 45 वर्ष से अधिक व्यक्तियों का टीकाकरण किया गया था जिसमें करीबन 190 व्यक्ति शामिल हुए थे। जिसके बाद मंगलवार के व्यक्तियों की वैक्सीनेशन कैंप पे की तादाद ज्यादा देखने को नहीं मिली। वही पुनः बुधवार को मध्य विद्यालय लक्ष्मीनियां के प्रांगण में वैक्सीनेशन कैंप लगाया गया । परंतु विधि व्यवस्था की कमी के कारण से उस वैक्सीनेशन कैंप को पुनः शहतूत भवन पर लगाया गया। दोनों भवन की दूरी मात्र 400 मीटर की है। जहां एक भी व्यक्तियों ने कोरोना का टीकाकरण में हिस्सा नहीं लिया।
स्थानीय समाजसेवी रोशन कुमार झा ने बताया कि लोगों को वैक्सीनेशन के प्रति अभी भी जागरूकता नहीं आई है। लोग अभी भी अफवाह के ऊपर ज्यादा विश्वास कर रहे हैं। हम लोग निरंतर स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं अपने टीम के मदद से लोगों को टीकाकरण में हिस्सा लेने के लिए जागरूक करते हैं। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व मेरे द्वारा चिकित्सा पदाधिकारी छातापुर एवं वीडियो छातापुर को कहकर विशेष रूप से दो बार कैंप लगवा चुका हूं। जिसके तहत सैकड़ों लोगों का टीकाकरण यहां करवाया गया था। क्षेत्र के कुछ हिस्सों में अभी भी लोगों में टीकाकरण के प्रति जागरूकता नहीं देखी है।
Comments are closed.