राजनीति : एसएसपी पर दो करोड़, राजद-जदयू प्रवक्ताओं पर पप्पू करेंगे 10-10 करोड़ के मानहानि का मुकदमा
कोसी टाइम्स @ पटना ।
पटना। जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय संरक्षक सह सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने 6 सितंबर को सवर्णों के बंद के दौरान उनपर हुए हमले में मुजफ्फरपुर एसएसपी के शामिल होने का आरोप लगाया। पटना में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि उस दिन मेरी हत्या की पूरी साजिश थी, जिसमें एसएसपी भी शामिल थीं। क्योंकि घटना मुजफ्फरपुर के खबरा में हुई और एसएसपी ने चंद्रहटी का वीडियो दिखाकर मामले से पल्ला झाड़ने की कोशिश की।
उन्होंने कहा कि हमले के वक्त हमने एसएसपी, आईजी और मुख्यमंत्री के पीए को इस बाबत जानकारी देने की कोशिश की, मगर एसएसपी ने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया। बाद में कहा कि हमला हुआ ही नहीं। इसलिए हम इस मामले को लेकर कल हाईकोर्ट जायेंगे और लोकसभा स्पीकर से भी शिकायत करेंगे। साथ ही एसएसपी पर दो करोड़ के मानहानि का मुकदमा और उनके खिलाफ सांसद के विशेषाधिकार का भी प्रयोग करेंगे।
सांसद ने कहा कि मेरे आंसू बिहार के लोगों के लिए थे। हम बिहार की जनता के लिए जीते हैं, सत्ता के लिए नहीं। मैं कोई जात नहीं हूं, इसलिए आंसू बहाया। इसलिए हम राजद और जदयू के उन बयानवीरों पर भी 10 – 10 करोड़ के मानहानि का मुकदमा करेंगे, जो रंगेसियार की तरह सिर्फ बयानबाजी करते हैं। पप्पू यादव ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान हमले की तस्वीर, मैसेज और एसएसपी द्वारा जारी वीडियो को दिखाते हुए कहा कि हमने पांच बार एसएसपी को मैसेज भेजा। मैंने उनको लिखा कि गोली चलने की नौबत है। मगर उनका कोई रिस्पांस नहीं आया।
सांसद ने पूछा कि अगर हमला नहीं हुआ, तो उन्होंने दो लोगों पर कार्रवाई क्यों की? बंद करने वाले लोगों ने लोकल चैनल के रिपोर्टर को भी मारा और उसका वीडियो नष्ट कर दिया। अगर हम उन्हें ना बचाते, तो वे गुंडे उनकी भी जान ले लेते। उन्होंने एसएसपी पर मुजफ्फरपुर शेल्टर होम के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर की सहायता करने का भी आरोप लगाया।
एसएसटी एक्ट पर सांसद ने कहा कि 19 साल में जब एसएसटी एक्ट पर कोई सवाल नहीं उठा तो आज अचानक क्यों इस पर बवाल है? जबकि इसमें नया तो कुछ नहीं है। रामविलास पासवान सरकार में हैं। भाजपा और कांग्रेस सत्ता में रही है, तो क्यों नहीं सवर्ण गरीबों को आरक्षण देते हैं। पप्पू यादव ने कहा कि हम गरीब सवर्णों के आरक्षण की मांग में उनके साथ हैं। हम मांग करते हैं कि सरकार जातिगत जनगणना को सार्वजिनक करे और इसी आधार पर जनसंख्या को तय कर आरक्षण और राजनीति में भागीदारी सुनिश्चित करे। जन अधिकार पार्टी (लो) इसकी मांग करती है। देश में नेता नफरत फैला कर अपना हित साध रहे हैं। यही वजह है कि उस दिन के बंद में सवर्ण नहीं, नेताओं के गुंडे शामिल थे।
6 सितंबर की घटना को मॉब लिंचिंग करार देते हुए पप्पू यादव ने कहा कि नेता ही मॉब लिंचिग करवाते हैं। सुप्रीम कोर्ट कहती है एसपी मॉब लिंचिंग की रिपोर्ट करें, मगर जब मंत्री और नेता ही मॉब लिचिंग करायेंगे, तो उनके एसपी रिपोर्ट कैसे करेंगे। चाहे वो नवादा में हो भागलपुर में, हर जगह मॉब लिंचिंग में नेताओं का हाथ होता है। भीड़ तंत्र को इन्हीं नेताओं का समर्थन होता है। इसलिए इन नेताओं के खिलाफ संपूर्ण जंग की जरूरत है। उन्होंने बताया कि जन अधिकार पार्टी (लो) का नारी बचाओ पदयात्रा का पहला चरण कल समाप्त हो गया। भारत बंद के कारण इसके दूसरे चरण की शुरूआत 14 सितंबर को होगी। इसमें खास कर महिलाओं का भरपूर समर्थन मिल रहा है। 14 सितंबर को दूसरे चरण की शुरूआत हम मुजफ्फरपुर से ही करेंगे।
सांसद ने डीजल और पेट्रोल की बढ़ती कीमत पर 10 सितंबर के भारत बंद का समर्थन करने की बात कही। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने जनहित के सवाल पर इस बंद का निर्णय कल ही ले चुकी थी, लेकिन बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने फोन कर और बिहार प्रदेश अध्यक्ष कौकब कादरी ने पत्र लिखकर समर्थन की बात कही। जनहित में हमारी पार्टी कल बंद को सफल बनायेगी और रेल चक्का जाम करेगी। क्योंकि मामला भारत सरकार से जुड़ा है और रेल भारत सरकार की केंद्र बिंदु है। इसलिए हम पूरे प्रदेश में रेल चक्का जाम करेंगे।
संवाददाता सम्मेलन को पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने भी संबोधित किया और 6 सितंबर की घटना की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पार्टी के कोर कमेटी ने इस पूरे घटना क्रम की घोर निंदा करती हैं और इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग भी करती है। ताकि सांसद को जान से मारने के इस षड़यंत्र का पर्दाफाश हो सके। संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखलाक अहमद, एजाज अहमद, राघवेंद्र कुशवाहा, प्रेमचंद सिंह, राजेश रंजन पप्पू, अवधेश कुमार लालू, श्याम सुंदर, संदीप समदर्शी और फजील अहमद भी मौजूद रहे।
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