दिल्ली विश्वविद्यालय में विश्व जैव-चिकित्सा प्रयोगशाला विज्ञान दिवस संगोष्ठी आयोजित

वैज्ञानिक सोच समझ रखने वाले लोगों के साथ स्वास्थ्य कर्मियों एवं प्रयोगशाला प्रोद्योगिकीविज्ञ व वैज्ञानिकों ने लिया भाग

कोसी टाइम्स ब्यूरो@दिल्ली

जैव -चिकित्सा प्रयोगशाला वैज्ञानिक संघ,भारत एवं भारतीय फेलोबाँटोमिस्ट संघ ,दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में दिल्ली विश्वविद्यालय परिसर में “विश्व जैव-चिकित्सा प्रयोगशाला विज्ञान दिवस -2021 वर्चुअल मोड में वैज्ञानिक संगोष्ठी के साथ सम्पन्न हुआ।जिसमें वैज्ञानिक सोच समझ रखने वाले लोगों के साथ स्वास्थ्य कर्मियों एवं प्रयोगशाला प्रोद्योगिकीविज्ञ व वैज्ञानिकों ने भाग लिया।विशेष रूप से कोविड-19 के गाईड लाइन का पालन किया गया । देशभर के सदस्यों ने इस अवसर पर बधाई संदेश दिया ; साथ ही भारत सरकार द्वारा ” राष्ट्रीय सहबद्ध एवं स्वास्थ्य देख-रेख वृत्ति विधेयक -2021 ” पास होने पर बधाई संदेश दिया । जैव-चिकित्सा प्रयोगशाला वैज्ञानिक संघ,भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा.शशिधर मेहता ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम समय- समय पर होते रहना चाहिए जिससे नई चिकित्सा पद्धति /तकनीकी का आदान प्रदान चिकित्सकों एवं प्रयोगशाला कर्मचारियों/वैज्ञानिकों के बीच होते रहना चाहिए।जबकि प्रयोगशाला प्रोद्योगिकीविज्ञ पैथोलॉजिकल जांच की रीढ़ होती है।इसके बिना सभी चिकित्सीय जांच असम्भव है ।डा.मेहता ने बताया कि वर्तमान समय में कोविड -19 जांच में मेडिकल टेक्नोलॉजिस्ट /वैज्ञानिकों द्वारा अहम भूमिका निभाई जा रही है।जैव – चिकित्सा में प्रतिदिन होने वाले अनुसंधान की जानकारी के साथ स्वयं अपडेट होना चाहिए और अपनी शैक्षणिक योग्यता को भी बढ़ाना चाहिए।बीमारियों के निदान एवं इलाज में एवं मेडिकल साइंस की अद्भुत उन्नति में एलाइड एंड हेल्थकेयर प्रोफेशनल का अहम योगदान रहा है ।अब राष्ट्रीय सहबद्ध एवं स्वास्थ्य देख-रेख वृत्ति आयोग विधेयक -2021 बनने से सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों का सम्मान होगा और सभी प्रोफेशनल को इसका लाभ मिलेगा ।अंत में प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र वितरित किया गया और संघ के कार्यकर्ता एवं प्रयोगशाला कर्मी सुश्री दिव्या नायर ने विज्ञान दिवस पर सभी को धन्यवाद दिया।