जब कीचड़ में फंस गयी विधायक जी की गाड़ी, जनता ने कहा देख लीजिए अपना किया हुआ विकास

प्रशांत कुमार / कल्पना कीजिए कि आपके बिहार में चुनावी माहौल है, हर उम्मीदवार अपने आपको विकास पुत्र का दावा कर आपको लुभा रहे हो, आप अपनी क्षेत्र की सड़क की समस्या से उन्हें अवगत कराते हो ,कथित विकास पुत्र तुरंत दावा करते हो कि जीतने के बाद सबसे पहले इसी सड़क को बनवाऊंगा .चुनाव होता है आप उसी वायदे किये हुए उम्मीदवार को जीता देते है. वो पुत्र जीत भी जाता है लेकिन आपकी सड़क बद से बदतर हालत में पहुँच जाता है लेकिन क्या विकास हो पाता है ? आपका जबाब होगा अल्प मात्रा में होता है अधिकतर तो विधायक जी अपने विकास में लग जाते है. लेकिन सोचिये वो वाकया कितना शर्मिन्दा वाला है जब चुनाव जीतने से पूर्व जिस सड़क के विकास की वादा कर एक व्यक्ति विधायक बनता है और जीतने के बाद भूल जाता है लेकिन अचानक एक दिन उस दलदल वाले सड़क में विधायक जी की चार चक्का फंस जाती है .

अब सीधे पॉइंट पर आइये …मामला है बिहार के मधेपुरा जिलान्तर्गत बिहारीगंज विधानसभा के विधायक निरंजन मेहता जी का.विधायक जी जदयू के कद्द्वर नेता है और इसी पार्टी के टिकट पर विधानसभा तक पहुंचे है.साहब मुख्यमंत्री के करीबी और प्रिय माने जाते है.बिहार के मुखिया नीतीश बाबु भी इनके यहाँ आते जाते रहे है.विधायक जी पिछले चुनाव में क्षेत्र की जनता से वादा किये थे कि जीतने के बाद सिंगयोन वाली सड़क का कायाकल्प सबसे पहले करवाऊंगा इस बार विधानसभा पहुंचाइए .क्षेत्र की जनता ने जम के बटन दबाया और सीधे विधानसभा में उतार दिया.

अब निरंजन मेहता जी बन गये विधायक .लगे दिखाने हनक .किये वायदे कचरे के डब्बे में क्षेत्र की जनता कीचड़ में जीने को विवश .कई बार लोगों ने विधायक जी से अनुनय विनय किया लेकिन अब साहब को कभी काम का बोझ कभी नाम का बोझ तो कभी विधायक वाली हनक .न वो अब फुर्सत न जनता के प्रति प्यार फिर काहे का विकास का व्यापार .विधायक जी हनक में रहने लगे.कई गंभीर आरोप भी लगे लेकिन विधायिकी है तो कोई आरोप सही नही सभी निराधार और बेबुनियाद हो गये.

अब आइए मामले के नजदीक : बिहार में चुनावी हलचल शुरू है. फिजिकल वर्चुअल रैली का दौर चल रहा है .सोमवार को विधायक जी अपने विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्त्ताओं से मिलने निकले थे .अचानक से उसी सड़क से गुजरे जिस सड़क को लेकर चुनाव जीतने से पूर्व वादा किया था.हुआ यूँ कि विधायक निरंजन मेहता की गाड़ी सिंग्योंन वार्ड न 9 और 10 से मुरलीगंज जाने वाली मुख्य सड़क के कीचड़मय होने के कारण फंस गयी.चालक अपने सूझ बुझ से करीब एक घंटे  तक खूब प्रयास किये कि गाडी निकल जाए और विधायक जी की लाज बच जाए लेकिन हर मेहनत व्यर्थ गयी .बाद में ट्रेक्टर की मदद से करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद गाडी निकली.

इस बीच हाई वोल्टेज ड्रामा भी हुआ.ड्रामा तब जोड़ पकड़ने लगा जब इस बात की जानकारी स्थानीय ग्रामीण को लग ज्ञ्गी सभी मौके पर पहुँच विधायाक निरंजन मेहता से चुनाव से पूर्व वायदे के बारे में पूछने लेगे.बड़े बुजुर्ग तो शांत शांत रहे लेकिन कुछ युवाओं ने तो ओन मोबाइल केमरा सवाल दाग दिया विधायक जी कैसा सड़क अपने क्षेत्र में बनवाये है कि आप भी इसमें फंस गये,कुछ कहिये…….अब तो विधायक जी गुस्सा से लाल पीले हो गये.कहने लगे कैमरा बंद करो….कैमरा बंद करो ये सब ठीक नही है.ये सब होते रहता है.लेकिन युवा ठहरे युवा उन्होंने कहाँ नही साहब आप जितने के बाद दिखे नही आज दिखे है तो जबाब दीजिए .अब विधायक जी बुरी तरीके से फंस चुनके थे .उन्होंने कहा पहले कैमरा हटाओ फिर बैठ के बात करते है.

मामला इतना पर नही थमा ग्रामीणों ने उसे घेर लिया और विरोध भी जताया .शाम होते होते सारा वीडियो फोटो सोशल साइट्स पर तैरने लगे .जब शाम में इस समंध में को सी टाइम्स ने विधयक से बात करना चाहा तो मोबाइल ऑफ़ मिला दिन में जब बात करना चाहा तो उन्होंने कॉल का उत्तर ही नही दिया.उत्तर देते भी कैसे वो काम में विश्वास रखने वाले विधायक है.कई बार उन्होंने कहा है कि वो केवल काम की मुद्दों पर बात करते है लेकिन इतने बड़े कांड वो कैसे कर दिए समझ से पड़े है.