यूपी जूता कांड : सोशल मीडिया ने दोनों नेताओं को कॉमेंट का लगा दिया है झड़ी

कुमार अमरेश

दिल्ली

कहते हैं धन और स्वास्थ्य मानव की संपत्ति है। किन्तु इस संपत्ति का उपयोग और दुरुपयोग चरित्र द्वारा निर्धारित होता है और चरित्र का निर्माण संस्कारों द्वारा होता है और जब ऐसे व्यक्तियों का कुंठित चरित्र जो राष्ट्र के संचालन में सक्रिय हैं सामने आता है तो राष्ट्र के प्रति उनकी निष्ठा सवालों के घेरे आ जाती है। समकालीन भारतीय राजनैतिक समाज एक नए दौर से गुजर रहा है। एक राजनैतिक दल का दूसरे पर कीचड़ उछालना हमारे लिए कौतुहल नहीं रहा। लेकिन जब एक सरकारी कार्यक्रम में एक ही दल के एम पी और एम एल ए की वैमनस्यता उन्हें एक दूसरे पर जूते चलाने पर मजबूर कर दे तो उनके  चरित्र और चुनाव पर सवाल खड़े करते हैं।

यूपी के संतकबीर जिले में  भाजपा सांसद शरद त्रिपाठी व भाजपा के ही विधायक राकेश सिंह बघेल के बीच मामूली विषय पर जमकर जूतमपैजार हुई। इस घटना पर सोशल  मिडिया पर प्रतिक्रियाओं का एक सिलसिला शुरू हो गया।पूरा सोशल साइट्स आज टीका टिप्पणी से भरा हुआ है।हर कोई अपने अंदाज से इसका विश्लेषण किया है।फेसबुक पर तो हद ही हो गया है।

 

ये कॉमेंट देखिये…

रहिमन जूता राखिये
साफ सुथरा कर चेरी से चमकाय
न जाने किस मीटिंग में कब किसको कितना जूता मारना पड़ जाय
??? मेरा बूट सबसे मजबूत????

 

 

यूपी के ही श्री अखिलेश यादव ने ट्विटर के जरिये अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है  :

वहीँ प्रख्यात टीवी पत्रकार अभिसार शर्मा ने ट्वीट किया:

इण्डिया टुडे के राजदीप सरदेसाई ने ट्वीट करते हुए सलाह दी की भाजपा के नेताओं को जोश से होश में लाया जाय।