कैदी सहित बाइक पर बिना हेलमेट दिखे पुलिस के दो जवान , लोगों ने कहा पुलिस के लिए सब माफ़ है

मधेपुरा/  आप अकेले कभी गलती से बिना हेलमेट के या तीन लोग बाइक से निकल जाए तो एक चौंक पर अगर बच भी जाए तो अगले चौंक पर आपको चालान कटाना पड़ सकता है या पुलिस के डंडे का शिकार भी होना पड़ सकता है. लेकिन पुलिस के जवानों के लिए ये नियम कोई मतलब का नही है. बताया जा रहा है बुधवार को उदाकिशुनगंज से मधेपुरा आ रहे पुलिस जवानों द्वारा न केवल बिना हेलमेट का यात्रा किया गया बल्कि तीन लोग सहित कोरोना संकट में फिजिकल डिस्टेंस मेंटेन करने के नियम की भी खूब धज्जियाँ उड़ाई गयी.

क्या था मामला  : उदाकिशुनगंज प्रखंड मुख्यालय के वार्ड नंबर 7 में बीते मंगलवार की रात्रि को दो पक्षों में जमीन विवाद को लेकर हुई गाली गलौज में शत्रुघ्न मिश्रा के द्वारा थाने में दिए गए सूचना पर मौके पर पहुंचे पुलिस ने गजेंद्र मिश्र को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार दोषी को मधेपुरा पहुँचाने के लिए पुलिस ने बाइक का उपयोग किया जिसमे उन्होंने तीन लोग के साथ यात्रा की.

उदाकिशुनगंज से मधेपुरा पहुँचने तक में पुलिस की ये बाइक कई चेक पोस्ट से गुजरी लेकिन कहीं किसी के द्वारा न चालान काटा गया न हेलमेट चेक किया गया.पुलिस के द्वारा इस तरह नियम की धज्जी उड़ाते देख लोगों ने आक्रोश जाहिर किया है और ऐसे करने वाले पुलिस के जवानों पर कार्रवाई की मांग किया है.स्थानीय सुधाकर झा ने पुलिस के इस कार्यशैली पर सवाल खडा करते हुए कहा है कि जो नियम है वो सबके लिए है.वहीँ पुलिस आमजन पर न केवल फाइन मारती है बल्कि कई बार लाठी भी भांजती है ,कई बार कुछ लोग मजबूरी में बिना हेलमेट या तीन लोग यात्रा करते है तब तो पुलिस कहर बरपा देती है.

उन्होंने कहा पुलिस को देखकर लोग अनुसरण करते है ,पुलिस विभाग के लोगों को चाहिए वो ऐसा कुछ न करे जिससे लोगों में गलत सन्देश जाए.इसी तरह सोशल साइट्स पर कुछ लोगों ने खबर में प्रयुक्त तस्वीर को चस्पा पुलिस को घेरा है.सोशल साइट्स पर वायरल होते इस तस्वीर के सम्बन्ध में जब स्थानीय पत्रकार ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सीपी यादव से पूछा तो उन्होंने कहा कि बाइक पर कैदी सहित तीन लोगों के चलने का प्रावधान है या नही इससे आपको क्या तकलीफ ?