सिंडिकेट बैठक शुरू होने से पूर्व छात्र नेताओं और बीएनएमयू प्रशासन में हुआ भिड़ंत , खूब चले लात घूंसे

मधेपुरा

 

गुरुवार को भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के केंद्रीय पुस्तकालय में आयोजित सिंडीकेट बैठक शुरू होने से पूर्व खूब हो हंगामा हुआ।विवि सुरक्षा गार्ड और छात्र नेताओं में खूब लात घूंसे चले।विवि के रवैया से छात्र नेता आक्रोशित थे।

विभिन्न संगठनों के छात्र नेता केंद्रीय पुस्तकालय के बाहर अपनी मांगों को लेकर बैठ गए. इसी दौरान बैठक में भाग लेने पहुंचे बीएनएमयू कुलपति प्रो डा अवध किशोर राय से उपस्थित छात्र नेता वार्ता करने लगे.

वार्ता के दौरान छात्र नेताओं ने कुलपति के समक्ष अपनी मांग रखनी चाही. छात्र नेताओं ने कहा कि उन लोगों ने जैसे नामांकन शुल्क में लिए गए तीन सौ रुपये में से दो सौ रुपये वापस करने की बात कही तो कुलपति गुस्सा हो उठे और सभी छात्रों को वहां से जाने को कहा. जिसके बाद कुलपति केंद्रीय पुस्तकालय के अंदर हो रहे सिंडीकेट बैठक में जाने लगे. इसी दौरान कुलपति और छात्र नेताओं के बीच धक्का-मुक्की हुई.

कुलपति के साथ धक्का-मुक्की होते देख वहां मौजूद कर्मचारी आक्रोशित हो गए और छात्र नेताओं पर टूट पड़े. कर्मचारियों को एकजूट होते देख सभी छात्र नेताओं सहित उपस्थित छात्र-छात्राओं ने भी कर्मचारियों का विरोध किया. इस दौरान कर्मचारी एवं छात्र नेताओं के बीच हाथापाई भी हुई.

कर्मचारियों एवं उपस्थित कार्ड के द्वारा जबरन छात्र नेताओं एवं छात्र छात्राओं को वहां से हटा दिया गया. हालांकि हाथापाई में किसी को गंभीर चोट नहीं आई. मालूम हो कि सिंडिकेट की बैठक शुरू होने से पूर्व अभाविप, एनएसयूआई एवं एआईएसएफ के कार्यकर्ता केंद्रीय पुस्तकालय के आगे नारेबाजी करते हुए सिंडिकेट की बैठक का विरोध कर रहे थे.

पहले कुलसचिव डा कपिलेदव प्रसाद एवं विश्वविद्यालय प्रशासन के अन्य अधिकारी छात्र नेताओं को काफी समझाने का प्रयास किया. लेकिन छात्र नेताओं ने किसी की एक नहीं सूनी. बाद में कुलपति प्रो डा अवध किशोर राय एवं अन्य सिंडिकेट सदस्यों के आने के बाद अभाविप कार्यकर्ताओं ने कुलपति को मांग पत्र साैंपते हुए अपनी-अपनी बातें रखी.

अभाविप के मांगपत्र पर कुलपति ने आवश्यक कार्यवाही की बात कही. इसके बाद जब कुलपति बैठक में भाग लेने के आगे बढ़े तो संयुक्त छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं से उन्हें रोक दिया. बातचीत के दौरान दोनों ओर से काफी तेज बहस हो गई. इसी बीच किसी ने कुलपति को धक्का दे दिया. धक्का लगने के बाद कर्मचारियों ने कुलपति को किसी तरह पुस्तकालय के अंदर पहुंचाया. कर्मचारियों एवं सुरक्षा गार्डों ने छात्र नेताओं कैंपस से बाहर कर दिया. इसके बाद लगभग एक बजे सिंडिकेट की बैठक शुरू हुई. बैठक शुरू होने बाद संयुक्त छात्र संगठन के नेता विवि प्रशासन पर बदसलूकी का आरोप लगाते हुए धरना पर बैठ गए.