सहरसा:बलवाहाट मटेश्वर धाम में श्रावणी मेला की तैयारी शुरू,प्रशासनिक उदासीनता का शिकार

नितीन कुमार कोसी टाइम्स सिमरी बख्तियारपुर सहरसा

सहरसा सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के बलवाहाट ओपी क्षेत्र अंतर्गत आगामी 17 जुलाई से प्रारंभ होने वाले पवित्र श्रावण मास के श्रावणी मेला की तैयारी बाबा मटेश्वर धाम में शुरू हो गयी है। प्रशासनिक उदासीनता का शिकार बने बाबा मटेश्वर धाम में सरकारी स्तर पर कोई सहायता नहीं मिल पाया है। बस स्थानीय लोग एवं मंदिर कमेटी के लोग अपने प्रयास से इन कांवरिया एवं डाक बम की मदद करते हैं।

मुंगेर के छर्रापट्टी में भरते हैं जल
मुंगेर के छर्रापट्टी से जलभर कंटरीला रास्ता से लगभग 109 किलोमीटर की यात्रा करने वाले डाकबम एवं कांवरिया को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन न तो जनप्रतिनिधि एवं ना ही जिला प्रशासन ने इन कावरिया की सुविधा पर कोई ध्यान नहीं देने की बात कही जा रही है।

इधर मटेश्वर काठो धाम के अध्यक्ष मीरा सिंह एवं सचिव जितेन्द्र सिंह बघेल ने बताया कि कांवरिया को दिक्कतों का सामना नहीं करना पडे़। इस हेतु अनुमंडल पदाधिकारी के दिशा निर्देश मैं इस बार विशेष व्यवस्था की जाने को लेकर परिसर में अनेक पीएचडी से चापाकल लगाने को और सिमरी बख्तियारपुरपुर सीमा से लेकर मटेश्वर धाम तक सड़कों में बने रेनकट और बड़े-बड़े गड्ढे को दुरुस्त करने और कांठो टोलवा के गली वाला रास्ता जो कांवरिया का मुख्य मार्ग होने के बावजूद भी सड़क नहीं बनाया गया है और पिछले वर्ष बाबा के किसी भक्त के द्वारा रंग-पेंट करवाया गया था परंतु इस वर्ष मंदिर कमेटी के द्वारा किया जा रहा है कांवरिया एवं डाकबम के लिये गीत, संगीत, कीर्तन, प्रवचन की भी व्यवस्था भी की जाएगी।

प्रशासनिक उपेक्षा का बना है शिकार
न्यास समिति में आने के बाद भी मंदिरों पर सरकार की ओर से कोई लाभ अभी तक नहीं मिला। जिन कारण इस क्षेत्र के लोगों को भी काफी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन द्वारा ऐतिहासिक काठो मंदिर पर ध्यान देना चाहिए। श्रावण की मेला शुरू होने पर सिर्फ सड़कों पर पुलिस बल गश्ती के अलावा कुछ नहीं होता है।

जितेंद्र सिंह बघेल सचिव ने बताया कि असामाजिक तत्वों के द्वारा पोखर के किनारे बिना किसी आदेश के दुकान लगा लिया गया है जिसकी सूचना बलवाहाट ओपी को दी गई है और बलवाहाट ओपी अध्यक्ष ने बताया मामले की तहकीकात की जा रही है