विश्व पर्यावरण दिवस पर वृक्षारोपण सह विधिक जागरूकता शिविर का हुआ आयोजन

अररिया/ बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार पटना के निर्देश के आलोक में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर रविवार को अररिया जिले के विशाल रानीगंज वृक्ष वाटिका परिसर में जिला विधिक सेवा प्राधिकार अररिया के द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम सह विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन हुआ,जिसमें व्यवहार न्यायालय अररिया के विभिन्न न्यायिक पदाधिकारियों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया। .

सर्वप्रथम न्यायिक दंडाधिकारियों ने रानीगंज वृक्ष वाटिका का परिभ्रमण किया। तत्पश्चात वाटिका परिसर में जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष पीयूष कुमार दीक्षित,अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव धीरेंद्र कुमार,प्रधान न्यायाधीश आनंद नंदन सिंह,अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम अभिषेक कुमार दास आदि ने वृक्षारोपण किया।पुनः वृक्ष वाटिका परिसर स्थित सभागार में विधिक जागरूकता शिविर का अतिथियों द्वारा विधिवत रूप से शुभारंभ किया गया। वन प्रमंडल पदाधिकारी नरेश प्रसाद ने न्यायिक दंडाधिकारियों को पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया।

विधिक जागरूकता शिविर में जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष पीयूष कमल दीक्षित ने बदलते पर्यावरण पर काफी चिंता व्यक्त की । उन्होंने कहा कि दिन प्रतिदिन प्रदूषण के कारण एवं वृक्षों की कटाई से जलवायु में निरंतर परिवर्तन हो रहा है। इस जलवायु परिवर्तन के कारण ही पर्यावरण दूषित हो रहा है। प्राकतिक संसाधनों का आवश्यकता से अधिक दोहन न करें। उन्होंने कहा कि इंसान के जीवन में वायु प्रदूषण,ध्वनि प्रदूषण,वनों की कटाई,जल प्रदूषण, मिट्टी प्रदूषण,अम्लीय वर्षा व तकनीकी प्रगति के माध्यम से वातावरण दूषित हो रहा है।

उन्होंने लोगों से स्वच्छ पर्यावरण,स्वच्छ जल के अतिरिक्त अधिक हरियाली की दिशा में सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाते हुए अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाने की अपील की। साथ ही उन्होंने लोगों से जिला विधिक सेवा प्राधिकार अररिया द्वारा प्रदत निशुल्क विधिक सेवाएं आदि का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। वहीं अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव धीरेंद्र कुमार ने कहा कि वृक्षों की सुरक्षा के साथ पर्यावरण की रक्षा तो हो ही जाती है उसका आवश्यक संतुलन भी बना रहता है। आज के आधुनिक युग में शहरीकरण तथा औद्योगीकरण के कारण वृक्षों का उपयोग में काफी वृद्धि हुआ है। जब एक वृक्ष कटता है तो वह केवल वृक्ष ही नहीं कटता उससे मिलने वाली सभी चीजें तथा उस पर उगने वाली वनस्पतियां,जड़ी बूटियां,औषधीय तत्व,पेड़ों पर रहने वाले पशु- पक्षी,कीड़े-मकोड़े सभी का ह्रास होता है। मनुष्य के कृत्यों से आज पर्यावरण को खतरा पैदा हो गया है। इसलिए समय रहते इस ओर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इसलिए हम सबों को अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने की आवश्यकता है।

कार्यक्रम में मंच का संचालन डीएलएसए के पैनल अधिवक्ता सोहनलाल ठाकुर ने किया।मौके पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष पीयूष कमल दीक्षित,अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव धीरेंद्र कुमार,प्रधान न्यायाधीश आनंद नंदन सिंह,अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश वन अभिषेक कुमार दास,एक्सक्लूसिव स्पेशल एक्साइज न्यायाधीश आनंद कुमार सिंह,एसडीजेएम अमित वैभव,न्यायिक दंडाधिकारी नवीन कुमार,न्यायिक दंडाधिकारी आसिफ नवाज,वन प्रमंडल पदाधिकारी नरेश प्रसाद,डीएलएसए के सहायक नीरज कुमार झा व शेखर कुमार शर्मा,डीएलएसए के पीएलवी मिथिलेश कुमार,वनपाल प्रदीप कुमार सिंह,आदि मौजूद थे।