अधिकारी बदले, पदाधिकारी बदले लेकिन नहीं बदली मधेपुरा पुलिस की कार्यशैली

मधेपुरा/ जिले के पुलिस महकमे में कनीय से वरीय अधिकारी, पदाधिकारी बदले लेकिन अफ़सोस मधेपुरा पुलिस की कार्यशैली नही बदल पाई.जिले में युवा पुलिस अधिकारीयों के आने से लोगों में उम्मीद दिखी ,शुरआत में कारवाई भी खूब हुई लेकिन एक बार फिर पुलिस अपने पुराने रुख की ओर बढ़ चली है शायद .

पीड़ितों को थाने में शिकायत दर्ज करने के लिए पहले तो स्थानीय थाना में खूब चक्कर काटना पड़ता है वहां से असफलता मिलने के बाद फिर वरीय अधिकारी के भी यहाँ चक्कर ही काटना पड़ता है. नया मामला गम्हरिया थाना क्षेत्र का है. यहाँ बुलेट ब्रांड के सरसों और रिफाइन तेल के एजेंसी के नाम पर एक व्यापारी से 3 लाख 94 हजार रूपये की ठगी का मामला सामने आया है. यह राशि कंपनी के खाते में लिया गया है लेकिन एक महीने से अधिक बीतने के बाद भी रांची की इस कंपनी द्वारा तेल नहीं भेजा गया. अब तो हालत यह है कि दीपवाली के बाद से कंपनी का सभी मोबाइल नंबर भी स्विच ऑफ़ आ रहा है.ऐसे में खुद को ठगा समझ कर पीड़ित व्यवसायी थाना पहुंचा तो थानेदार ने आवेदन लेने से इंकार कर दिया फिर पीड़ित ने कई बार वरीय अधिकारी से भी न्याय की गुहार लगायी लेकिन कार्रवाई तो दूर एफआईआर तक नहीं हुआ.

अभी बीते दिन पीड़ित ने मधेपुरा पहुँच अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के पास भी अपना आवेदन जमा करवाया लेकिन कोई कारवाई नही हुआ.पुलिस ने दुसरे राज्य का मामला देख टाल मटोल कर पीड़ित को भगा दिया. इस सम्बन्ध में सदर एसडीपीओ अजय नारायण यादव ने बताया कि आवेदन प्राप्त हुआ है कार्रवाई की जा रही है.अन्य व्यवसायी बताते हैं कि बुलेट ब्रांड के रांची की इस कंपनी द्वारा और कई लोगों को चुना लगाया गया है. अब देखना दिलचस्प होगा कि वरीय अधिकारी पीड़ित का अहन तक मदद कर सकते है और ठगी करने वाले तक पहुँच क्या कानूनी कार्रवाई करते है.