अब हारेगा कोरोना जीतेगा त्रिवेणीगंज, टीका लेने वालों के खिले चेहरे

अनुमंडलीय अस्पताल के अकॉउंटेड सुभाष सिंह ने लगाया सबसे पहला टीका

त्रिवेणीगंज,सुपौल/ कोरोना वैक्सीन के आने से अब लोगों में कोरोना संक्रमण के प्रति भय कम हुआ है। वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई अब निर्णायक मोड़ पर आ गया है, मुख्यालय स्थित गर्ल्स मिडिल स्कूल लालपट्टी में सोमवार को टीकाकरण अभियान का श्री गणेश हुआ । इससे पहले एसडीएम शेख जेड हसन ने फीता काटकर टीकाकरण केंद्र का शुभारंभ किया। खास बात यह रही हैं कि केंद्र को पूरी तरह से सैनिटाइज्ड किया गया था। इसको लेकर सुबह से प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. बीरेंद्र द्रवे घूम घूम कर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे थे।

केंद्र के प्रवेश द्वार पर मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई थी। इस दौरान अनुमंडलीय अस्पताल के सभी कर्मी ड्रेस कोड में मुस्तैद दिखे। बिना मास्क के केन्द्र पर पहुंचने वाले लोगों को प्रवेश द्वार पर ही मास्क दिया जा रहा था। वहीं एसडीएम ने केंद्र के सभी वार्डों में घूम – घूमकर कर्मियों से टीकाकरण की तैयारियों के बारे में जानकारी ली।

एसडीएम के उपस्थिति में पहला टीका अनुमंडलीय अस्पताल के एकाउंटेड सुभाष सिंह को लगाया गया। सुभाष सिंह ने कहा कि पहला टीका लगाने का अवसर मिलने को लेकर मैं काफी उत्साहित था। वैक्सीन लेने में कोई दर्द नहीं होता है। उन्होंने कहा कि यह वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। सभी लोग भयमुक्त होकर आएं और वैक्सीन लेकर देश निर्माण में योगदान दें। कहा की केंद्र सरकार की ओर से ईस दिशा में किया गया प्रयास अत्यंत सराहनीय हैं। अनुमंडलीय अस्पताल से जुड़े कर्मियों ने कहा कि उन्हें कोरोना योद्धा के तौर पर टीकाकरण का लाभ पहले मिलने पर गर्व की अनुभूति हो रही है।

वहीं प्रभारी उपाधीक्षक डॉ बीरेंद्र द्रवे ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र में सोमवार से कोरोना के हार की शुरुआत हो गई है। अब कोरोना हारेगा, त्रिवेणीगंज सहित पूरा राष्ट्र कोरोना की जंग जीतेगा।उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोविड-19 से सुरक्षा के लिए कोविड वैक्सीनेशन अवश्य करायें। वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। सभी वैक्सीनेशन सेंटर मे आबजर्वेशन रुम भी बनाए गए हैं। टीका लगवाने के बाद स्वास्थ्य कर्मचारियों की निगरानी में आधे घंटे तक टीकाकरण केंद्र पर हितग्राहियों को रखा जा रहा है।

वहीं एसडीएम शेख जेड हसन ने कहा कि त्रिवेणीगंज में कोरोना टीकाकरण की शुरुआत हो गया हैं, तैरह सौ सरसठ लोग रजिस्टर्ड हैं, पहला इंजेक्शन स्वास्थ्य कर्मी को दिया गया है, कहा कि केंद पर डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति भी की गई।