होम क्वारंटाइन में रहने वाले प्रवासियों का किया जा रहा प्रतिदिन स्वास्थ्य परीक्षण,  जिलाधिकारी स्वयं  कार्य की कर रहे निगरानी

सुभाषचंद्र झा/ सहरसा/ कोविड 19 के संक्रमण से निजात मिलने के बाद होम क्वारंटीन में भेजे गए सभी प्रवासियों के 14 दिनों तक प्रतिदिन स्वास्थ्य परीक्षण करने का निर्देश, स्वास्थ्य विभाग के द्वारा सिविल सर्जन को दिया गया है. इसके लिए जिला मुख्यालय के सदर अस्पताल के डीआईओ ऑफिस से सभी स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है. इस दौरान उन सभी को बाहर से आये प्रवासियों के जांच, उनसे संबंधित रिपोर्ट्स, खुद की सुरक्षा संबंधी उपाय की जानकारी दी गई.

प्रवासियों के होम क्वारंटाइन के समय 14 दिनों तक घर घर जाकर जांच सम्बन्धी जानकारी के लिए सदर अस्पताल के डीआईओ कार्यालय के माध्यम से सभी स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया. इस दौरान, बीएचएम बीसीएम, बीएमएल, यूनिसेफ के सभी बीएमसी, डब्लूएचओ के एफएम, केअर इंडिया के प्रतिनिधि के साथ ही सभी प्रखंडों को इसकी जानकारी दी गई है. पर्यवेक्षक द्वारा जांच क्रम में सर्दी, खांसी व सांस लेने में हो रही कठिनाई की जांच कर इसकी सूची संबंधित स्वास्थ्य कार्यालय में प्रदान की जाएगी. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा ऐसे चिन्हित व्यक्ति को प्रखंड स्तर पर चल रहे क्वारंटाइन सेंटर्स पर ला कर कोविड 19 संबंधित जांच के लिए आवश्यक कार्यवाही करेंगे.

होम क्वारंटाइन में रहने वाले प्रवासियों की प्रतिदिन होगी स्वास्थ्य परीक्षण : सिविल सर्जन डॉ अवधेश कुमार ने कहा कि कोविड 19 के संक्रमण के कारण होम क्वारंटीन में भेजे गए सभी प्रवासियों के प्रतिदिन होम क्वारंटीन की आवश्यकता है. हम क्वारंटीन के दौरान अगर व्यक्ति में कोविड 19 संक्रमण से संबंधित कोई लक्षण परिलक्षित होता है, तो पूर्व निर्धारित प्रक्रिया के तहत उसका सैंपल एकत्रित कर जांच एवं आवश्यकतानुसार चिकित्सकीय सेवा प्रदान किया जाएगा. इसके लिए पर्यवेक्षक द्वारा 14 दिनों तक प्रवासियों का गृह भ्रमण कर उनके स्वास्थ्य की स्क्रीनिंग की जाएगी. इसके साथ उन्हें होम क्वारंटाइन के दौरान रखने वाली सावधानियों की भी जानकारी दी जाएगी. इन सभी कार्यों की मॉनिटरिंग जिलाधिकारी के द्वारा भी किया जा रहा है. साथ ही जिलाधिकारी के द्वारा प्रत्येक अपडेट स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लिया जा रहा है.

पल्स-पोलियो अभियान के तर्ज पर की जाएगी जांच : जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ कुमार विवेकानंद ने बताया कि प्रवासियों के घर-घर सर्वे अभियान पल्स पोलियो अभियान के तर्ज पर चलाया जा रहा है. 14 दिवसीय परीक्षण के दौरान पर्यवेक्षकों द्वारा प्रवासियों के घरों में जाकर व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की जाएगी. साथ ही प्रवासी व्यक्तियों के घरों पर पर्यवेक्षकों द्वारा होम क्वारंटाइन संबंधी पोस्टर चिपकाया जाएगा एवं उन्हें होम क्वारंटाइन संबंधी पम्पलेट भी उपलब्ध कराई जाएगी. पर्यवेक्षक द्वारा 14 दिन तक चिपकाए गए पोस्टर पर तिथि सहित हस्ताक्षर किए जाएंगे.

उन्होंने बताया कि 14 दिनों तक होम कोरोनटाइन के समय घर के अन्य सदस्यों से दूर किसी हवादार कमरे में ही रहे तथा संभव हो तो अलग टॉयलेट का उपयोग करें. एक ही कमरे में रहना पड़े तो अन्य सदस्यों से कम से कम एक मीटर दूरी बनाकर रखें. हमेशा सर्जिकल मास्क का उपयोग करें एवं अधिकतम आठ घंटे तक एक मास्क का उपयोग कर मास्क को निश्चित जगह पर जमीन में गाड दें. घर में इधर उधर ना जाए निरंतर अपने हाथों को साबुन से बहते पानी से धोते रहें या अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर से हाथ को साफ करते रहें. हमेशा साफ-सुथरे कपड़े का उपयोग करें. उपयोग किए हुए कपड़े को तुरंत सर्फ से साफ करें.

मौके पर डब्ल्यूएचओ के एसआरटीएल डॉ राजेश कुमार वर्मा, यूएनडीपी के प्रोग्राम ऑफिसर प्रियरंजन झा यूनिसेफ के बंनटेश नारायण मेहता, मजरुल हसन, यूएनडीपी के मो खालिद तथा जिला प्रतिरक्षण कार्यालय कर्मी दिनेश कुमार दिनकर मौजूद थे.