मधेपुरा : चौसा में शिक्षकों का एक दिवसीय गैर आवासीय समावेशी शिक्षा पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

प्रशिक्षण में प्रखंड के सभी विद्यालयों से आए शिक्षकों को मिला प्रशिक्षण

कुमार साजन@चौसा,मधेपुरा 

चौसा प्रखंड मुख्यालय स्थित महादेव लाल मध्य विद्यालय संकुल कार्यालय में शिक्षकों का प्रखंड स्तरीय एक दिवसीय दिवसीय गैर आवासीय समावेशी शिक्षा पर प्रशिक्षण कार्यक्रम अयोजित किया गया। प्रशिक्षण में प्रखंड के सभी विद्यालयों से आए शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। समावेशी शिक्षा के प्रशिक्षक सह प्रखंड साधन सेवी मिथिलेश कुमार ने शिक्षकों को प्रशिक्षण में दिव्यांगों के शिक्षा से संबंधित जानकारी दी। उन्होंने सभी प्रकार के दिव्यांग जैसे दृष्टि बाधित, श्रवण अक्षमता, अस्थि निश्श्क्तता, मानसिक रोगी के बारे में बताया एवं इनकी शिक्षा पद्धति के तरीकों की जानकारी विस्तार से दी।इसके अलावे दृष्टि बाधित की पहचान, उपचार एवं उनके शिक्षा पद्धति के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि हमे दिव्यांग बच्चों के प्रति सहानुभूति रखने की जरूरत है। उन्हें बेबस और बेचारा कहने के बजाय सहयोग करना चाहिए। शासन द्वारा उनके शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए विशेष सुविधाएं एवं नियम और नीति बनाए जिसके तहत उनके जीवन को बेहतर बनाया जा सके।
साधन सेवी सह प्रशिक्षक मृत्युंजय प्रजापति ने कहा कि समावेशी शिक्षा व्यवस्था के तहत हमें विशेष आवश्यकता वाले बच्चों शिक्षा की मुख्य धारा से जोडऩा आवश्यक है, उन्हें विशेष शिक्षा प्रदान करने के साथ साथ उनका शैक्षिक पुनर्वास प्रदान करना भी आवश्यक है।उन्होंने समावेशी शिक्षा की अवधारणा और परिभाषा को स्पष्ट करते हुए कहा कि समावेशी शिक्षा का आशय अध्यापन कक्ष में सामान्य बच्चों के साथ विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को सबके साथ समावेशन करते हुए शिक्षा देना समावेशी शिक्षा है। उन्होंने कहा कि भारत की 75 प्रतिशत से अधिक की आबादी गांवों में निवास करती है अर्थात नि:शक्त बच्चों की संख्या भी गांव में अधिक निवास करती है। अत: इन बच्चों को हम सब समुदाय की सहभागिता से शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़कर सामान्य बच्चों के साथ समावेशन करते हुए बेहतर शिक्षा एवं पुनर्वास की व्यवस्था कर सकते हैं।प्रशिक्षण में राजीव नंदन,अब्दुल जावेद,शैलेश कुमार, कुमारी इंदु, मनीष कुमार, सत्यनारायण यादव, रंजन कुमार शर्मा, मोहम्मद अनवार उल हक, टुनटुन पासवान, जितेंद्र कुमार समेत विभिन्न विद्यालयों से आये शिक्षक उपस्थित थे।