मधेपुरा : अपराधियों ने पहले फौजी पिता की हत्या कर दी,अब फौजी पुत्र को गांव करना पर गया खाली

प्रशांत कुमार /मधेपुरा / अपराध मुक्त बिहार का दम्भ भरने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दावा खोखला साबित हो रहा है।अपराध को लेकर जीरो टॉलरेंस की बात करने वाले डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय की बात हवा हवाई साबित हो रही है।बेहतर कार्य के लिए डीजीपी द्वारा पटना में सम्मानित एसपी संजय कुमार के जिला से फौजी को गांव खाली करना पर रहा है फौजी जो 32 वर्ष देश की सेवा किया उसकी हत्या घर घुसकर गोली मारकर कर दी जाती है।अब अपराधियों द्वारा उसके परिवार के अन्य सदस्यों को टारगेट किया जा रहा है।अपने घर परिवार की रक्षा हेतु दिवंगत कैप्टन के पुत्र गांव छोड़ने को मजबूर हो गए है।रविवार को रो रो कर मृतक कैप्टन के दोनों पुत्र ने गांव खाली कर दिया।

मामला बिहार के मधेपुरा का है।बीते 13 जून की रात मधेपुरा सदर थाना क्षेत्र के भर्राही ओपी अंतर्गत जीवछपुर में बाइक सवार अपराधियों ने सेना के रिटायर्ड केप्टन  सियाराम यादव की गोली मारकर हत्या कर दी।परिवार वालों ने बताया कि गांव के ही दबंग नवीन यादव ने उनकी हत्या की है चूंकि उनसे जमीन विवाद था और उनके मन मुताबिक फैसला नही हो पाया था।बताया आरोपी नवीन ने पूर्व में ही कैप्टन और उनके पुत्र को हत्या कर देने की धमकी दिया था।

पुत्र अनुज यादव ने बताया कि धमकी देने के बाद लाख प्रयास किया लेकिन स्थानीय थाना ने मामला दर्ज करने से इंकार कर दिया।चूंकि एसपी के यहां प्रतिदिन उनके बच्चे को ट्यूशन पढ़ाने जाता था तो एक दिन शिकायत किया जिसके बाद मामला तो दर्ज हुआ लेकिन पिता जी बच नही पाए और उनको देर रात घर मे घुसकर गोली मार दी गयी।हत्या के बाद पुत्र अनुज यादव और देश सेवा को जम्मू कश्मीर में तैनात दूसरे पुत्र बाल कृष्ण ने पुलिस पर अपराधियों को सह और अनुसंधान में दोषी के नाम छांटने का आरोप लगाया है। पुलिस ने नौ नामजद अपराधियों में तीन को गिरफ्तार किया है जिसमे एक नाबालिग आरोपी होने के कारण बेल पर बाहर भी हो गया।

मृतक के बेटे पीड़ित सेना के जवान का आरोप है कि पुलिस मामले को गलत दिशा में भटका रही है.9 नामजद आरोपी में से पुलिस ने चार लोगों का नाम अपने अनुसन्धान में हटा दिया है. गोली मरने वाले की भी पहचान नहीं हो पायी.परिवार वालों ने मामले की सीआईडी जाँच की मांग की लेकिन सरकार के द्वारा कोई पहल नहीं हुई.यह आरोप उनका तब है जब उनका बड़ा भाई मधेपुरा एसपी के घर उनके बेटे को ट्यूशन देते हों.

दिवंगत कैप्टन की पत्नी गौरी देवी ने बात करते हुए फफक फफक कर रो दिया और कहा देश के लिए समर्पित मेरा परिवार आज उजड़ने के कगार पर है।मेरे पति जो 32 वर्ष देश सेवा किये,पकिस्तान,चीन सहित अन्य देशों से लोहा लेते हुए देश की रक्षा की वो खुद आज अपने घर में अपराधियों के शिकार हो गए।अब मेरे बेटा, बहु,पोता ,पोती को अपराधी निशाना बना रहा है।मेरा परिवार देश के लिए अपना जीवन दान दे दिया है।पति सेना में थे,एक पुत्र सेना में है जो जम्मू कश्मीर में तैनात है,पोती जो देश के लिए कई बार शतरंज खेली और अवार्ड लेकर देश के नाम को ऊंचा की लेकिन अब हमलोगों को कोई देखने वाला नही है।रोते हुए उन्होंने कहा राज्य में न कोई शाशन है न प्रशासन है अगर होता तो अपराधियों पर शिकंजा कसा जाता और हमारे परिवार की रक्षा होती कम से कम कोई भी अधिकारी या जन प्रतिनिधि सुध लेने तो जरूर आते।

इस संबंध में जब एसपी संजय कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा अपराध कहाँ नही होता है।पूरे भारत में अपराध होता है।अब वो इस कारण गांव छोड़ दे तो ये उसका अपना मन है।बाकी पुलिस सही दिशा में अनुसंधान कर रही है।

बहरहाल कथित सुशासन की सरकार में इस तरह एक फौजी को मजबूरन गाँव खाली करना परे बेहद दुखद है .देखना दिलचस्प होगा कि डीजीपी के इस बात कि सबको न्याय मिलेगा कहाँ तक सफल हो पाता है.