मधेपुरा : अधिकारीयों की मनमानी चरम पर, जनता रोने को है मजबूर

जनप्रतिनिधि और पत्रकार ने किया सवाल तो सीओ ने कहा आप पूछने वाले हैं कौन ?

मधेपुरा/ जिले में अधिकारीयों की मनमानी चरम पर है. जनता क्या, जनप्रतिनिधि की भी अधिकारी नहीं सुनते. हालत तो यह है कि अब वरीय अधिकारी का आदेश भी कनीय अधिकारी के लिए मायने नहीं रखता. जिले में नौकरशाही चरम सीमा पर है.मामला मधेपुरा के सिंहेश्वर प्रखंड कार्यालय का है.

सिंहेश्वर अंचल कार्यालय के कर्मी गवेन्द्र सिंह को बीते 9 फ़रवरी को डीएम श्याम बिहारी मीणा ने लोगों की शिकायत पर ट्रांसफर कर दिया. इतना ही नहीं अपने आदेश में उन्होंने 24 घंटे के भीतर प्रभार सौप कर उदाकिशुनगंज अंचल कार्यालय में योगदान करने का आदेश दिया लेकिन वे प्रभार सौपने के नाम पर शुक्रवार तक सिंहेश्वर में जमे हैं और कथित रूप से वसूली कर रहे हैं. इस सम्बन्ध में जब पंचायत समिति सदस्य मुकेश कुमार ने सीओ से सवाल किया तो उन्होंने कहा आप पूछने वाले कौन हैं…? बता दें कि सिंहेश्वर में पंचायत समिति की बैठक में भी सीओ साहब के मनमानी का सवाल उठा और उसपर कार्रवाई के लिए वरीय अधिकारी को लिखने का प्रस्ताव पास किया गया.

इस सम्बन्ध में सवाल का जबाब जब सीओ साहब से पूछा तो  पहले उनका ही सवाल था आप को क्यों बताएं…? काफी मशक्त के बाद उन्होंने ने कैमरे पर बताया प्रभार सौपेगा तभी तो जाएगा.

बहरहाल डीएम के आदेश और सीओ की कार्रवाई अधिकारीयों की मनमानी को उजागर करता है. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर कब तक प्रभार सौपने के नाम पर कथित रूप से अंचल में चलती रहेगी अबैध वसूली….? क्या इस वसूली को अधिकारीयों का है संरक्षण प्राप्त….? क्या वरीय आधिकारी का आदेश भी अब नहीं रखता कोई मायने…? कब तक अधिकारीयों की मनमानी से परेशान होती रहेगी जनता…?