चौसा में मरीजों का इलाज भगवान भरोसे,बीएचडब्ल्यू, चाय विक्रेता व सुरक्षाकर्मियों ने किया घायल व्यक्तियों का इलाज

मामले को कर दें इग्नोर इसी में है सब की भलाई-प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजेश कुमार

कुमार साजन@चौसा मधेपुरा

चौसा प्रखंड मुख्यालय स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चौसा में इन दिनों मरीजों का इलाज भगवान भरोसे हो रहा है।जिसका जीता जागता उदाहरण चौसा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तब देखने को मिला जब सड़क दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल का इलाज अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात गार्ड व बीएचडबलू और चाय दुकानदार ने मिलकर मरहम पट्टी किया। अस्पताल में डॉ स्वांगिनि कुमारी की ड्यूटी थी जो ड्यूटी से गायब थे। डॉक्टर की अनुपस्थिति में मरीज पलटू कुमार का प्राथमिकी उपचार करने के बाद बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर जाने के लिए रात भर तड़प रहे थे दूसरे दिन शनिवार को सुबह में डॉक्टर स्वांगिनि कुमारी के द्वारा ही गंभीर रूप से घायल मरीज को बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर भेजा गया।

मालूम हो कि भटगामा जीरोमाइल के खलीफा टोला के समीप अज्ञात ट्रैक्टर से बाइक सवार की ठोकर लगने से 3 लोग बुरी तरह जख्मी हो गए थे। घायल पुरैनी थाना क्षेत्र के दुर्गापुर निवासी धीरज कुमार, पलटू साह, आलमनगर थाना क्षेत्र के कुंजौरी निवासी सकलदेव साह को स्थानीय ग्रामीणों ने आनन फानन में चौसा अस्पताल में भर्ती कराया गया। ड्यूटी पर डॉक्टर नहीं रहने के कारण उनके अनुपस्थिति में बीएचडबलू श्यामनंदन साह व चाय विक्रेता मनोज पासवान, सुरक्षा गार्ड मिथिलेश यादव ने दुर्घटनाग्रस्त लोगों का इलाज करते हुए नजर आए।गार्ड व चाय विक्रेताओं के द्वारा इलाज किया जाना स्वास्थ्य विभाग पर एक सवालिया निशान उठने लगा है। अगर कहे खुदा न खास गंभीर स्थिति में घायल व्यक्ति की मौत हो जाती है तो इनके जिम्मेवार कौन होते।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राजेश कुमार ने बताया कि मैं अस्वस्थ हूं मामले को इग्नोर कर दिया जाय इसी में सबकी भलाई है।चिकित्सा पदाधिकारी का यह जवाब हर किसी को हैरान कर देने वाली है।