देर रात एसडीपीओ के आश्वासन पर डेढ़ बजे रात में कराया गया पोस्टमार्टम

मधेपुरा/ शुक्रवार को पुलिस की पिटाई से गंभीर घायल महिला की मौत के बाद देर रात तक पोस्टमार्टम नही कराने एवं एसपी व डीएम से कार्यवाही की मांग कर रहे परिजनों को देर रात अस्पताल पहुंचकर एसडीपीओ वशी अहमद ने परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया और निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्यवाही व उचित मुआवजा देने के आश्वाशन पर परिजन शांत हुए और लाश का पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए ।

परिजन पिंटू यादव ने बताया कि दरभंगा से वापस मधेपुरा आने पर पता चला कि पुलिस इस मामले को सड़क हादसे का रूप दे रही है जबकि ऐसी कोई बात है ही नही । पुलिस के द्वारा चलाई गई लाठी से गंभीर घायल होने के बाद मौत हुई है । उन्होंने कहा कि अगर ट्रेक्टर की ठोकर से मौत हुई तो ट्रेक्टर व चालक को हिरासत में क्यों नही लिया गया और जब बाइक ट्रेक्टर से टकरायी तो बाइक व चालक को जरा भी खरोंच तक कैसे नही लगी और वहाँ से पुलिस फरार क्यो हुआ है । इन सभी बातों की निष्पक्ष जांच कर दोषी पुलिस पर कार्यवाही की मांग की गई है ।

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गौरतलब हो कि शुक्रवार को पतरघट से मधेपुरा इलाज़ के लिए डॉक्टर के यहाँ जा रही 55 वर्षीय महिला को वाहन चेकिंग पोस्ट पर तैनात पुलिस जवान की पिटाई से गंभीर घायल हो गयी थी जिसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां से उन्हें डीएमसीएच दरभंगा रेफर कर दिया गया और रास्ते मे ही उनकी मौत हो गयी । महिला उर्मिला देवी सहरसा जिले के पतरघट थाना क्षेत्र के बिशनपुर वार्ड संख्या 4 निवासी अपने नाती कल्याण कुमार के बाइक पर मधेपुरा नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ संजय कुमार के क्लिनिक जा रही थी। इसी दौरान नई बस स्टैंड पश्चिमी बाईपास पर ड्यूटी पर तैनात एक पुलिस कर्मी के द्वारा पीछे से लाठी से प्रहार किया जिसमें उर्मिला देवी का सिर फट गया और वो गम्भीर रूप से घायल होकर गिर पड़ी ।

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इस घटना से स्थानीय लोग आक्रोशित हो कर पुलिस के खिलाफ जमकर हंगामा शुरू कर दिया था । घटना की सूचना मिलते ही घटना स्थल पर सदर थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद सिंह दलबल के साथ पहुंचकर आक्रोशित लोगों को समझाया बुझाया और गंभीर रूप से घायल उर्मिला देवी को सदर अस्पताल पहुंचाया जहा मौके पर मौजूद चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद स्थिति गंभीर बताते हुए डीएमसीएच दरभंगा रेफर कर दिया गया रास्ते मे उनकी मौत हो गयी ।

पीड़ित परिजनों ने मोबाइल में आरोपी पुलिसकर्मी की तस्वीर दिखाते हुए पहचान करने का दावा किया है । पीड़ित कल्याण कुमार आनंद ने अपने मोबाइल में एक तस्वीर दिखाते हुए कहा है कि मुझे कही से यह तस्वीर प्राप्त हुई है यही वो पुलिसकर्मी है जिन्होंने मेरे नानी उर्मिला देवी पर पीछे से लाठी चलाया था । इस मामले को लेकर पीड़ित परिजनों ने सदर थाने में आवेदन देकर दोषी पुलिसकर्मी पर कार्यवाही करने की मांग की है ।

वही इस समंध में उक्त तस्वीर की पुष्टि करते हुए आरोपी पुलिसकर्मी पीएसआई बबलू कुमार ने कहा कि यहाँ हम ड्यूटी करते है किसी ने मेरी तस्वीर ली होगी लेकिन मुझपर लगाए गए आरोप बिल्कुल गलत और निराधार है । हम लाठी नही उठाते है और न ही उसदिन हमने लाठी चलाई है ।