कैमूर : गांजा की तस्करी कर बनाई करोड़ो की सम्पत्ति,एसपी ने किया बड़ा खुलासा

कैमूर /संत दुबे/ गांजा की तस्करी करने वाला तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़ गए। हालांकि उसका मुख्य सरगना अब भी फरार है। परंतु उसने गांजा की तस्करी से करोड़ों रुपए कमाए हैं। गाड़ी, बंगला, जमीन ,कोठी ,गोदाम क्या नहीं है उसके पास। जिसकी जांच की जा रही है। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद चार लोगों को पकड़ा। पकड़े गए लोगों में भभुआ वार्ड नंबर 11 का रहने वाला विकास कुमार गौड़ पिता अनिल प्रसाद , वार्ड नंबर 22 का साकिब अंसारी उर्फ टेगर पिता हयात अंसारी एवं इसी वार्ड नंबर भभुआ का रहने वाला निहाल खान का बेटा समीर खान एवं चैनपुर थाना क्षेत्र के ब्यूर गांव का रहने वाला स्वर्गीय वकील खान का बेटा शकील खान शामिल है।

11 जुलाई को चैनपुरा औखरा सड़क पर रात्रि पुलिस गश्ती के दौरान 2 क्विंटल साढ़े 11 किलो गांजा बरामद किया गया था।इस मामले में कैमूर एसपी दिलनवाज अहमद ने शुक्रवार को चैनपुर थाने में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान बरामद किए गए गांजा का राज खोलते हुए कहा कि जिस गाड़ी से गांजा की तस्करी की जा रही थी वह गाड़ी पूरी तरह से फर्जी था और इस गाड़ी को अंतिम बार पश्चिम बंगाल के आसनसोल जिला सर्विस स्टेशन में नयन मंडल नामक आदमी से सर्विसिंग कराते हुए सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से पाया गया। इसी बीच पुलिस को गोपनीय सूत्र से यह पता चला. गांजा बरामद की गई गाड़ी भभुआ थाना क्षेत्र के तबरेज खान एवं साकिब खान उर्फ टैंगर खान द्वारा कुछ दिनों से चलाई जा रही है। इसी आधार पर भभुआ के कई सीसीटीवी फुटेज की गहन जांच की गई जिसमें या पता चला कि उपरोक्त दोनों लोगों द्वारा इस गाड़ी का उपयोग किया जा रहा है।

एसपी ने कहा कि जिस दिन चैनपुर में गांजा बरामद हुआ था उसके बाद से ही तबरेज एवं साकीब फरार है। इस मामले में सबसे पहले विकास कुमार गौड़ को गिरफ्तार किया गया और उसने अपने गिरफ्तारी में गांजा तस्करी की बात स्वीकार की और उसने ही परत दर परत पूरा राज खोला जिसके आधार पर उपरोक्त लोगों की गिरफ्तारी की गई। जिस दिन गांजा की बरामदगी हुई थी उस दिन गाड़ी में 4 लोग सवार थे लेकिन पुलिस को देख कर अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एसपी ने कहा कि गांजा तस्करी का मुख्य सरगना रामपती साह जो भभुआ का ही रहने वाला है इस पूरे घटनाक्रम का मुख्य सरगना है और इसके पास गांजा छुपाने का गोदाम भी बना रखा है। शकील खान व रामपति साह विगत कई वर्षों से गांजा तस्करी का धंधा करते हैं जो बिहार के अलावे अन्य प्रांतों में भी तस्करी करने का काम किया करता था। एसपी ने कहा कि इस बार की घटना में शकील ने रामपति के गोदाम से गांजा की चोरी किया था जिसकी पूरी योजना शकील ने हीं तैयार की थी।

रामपति शाह के संपत्ति की होगी जांच : कैमूर एसपी ने कहा कि गांजा के कारोबार से रामपति ने बहुत सारी संपत्ति बना ली है। इसके कई गोदाम भी हैं। कई जगह जमीन है। कई मकान हैं। जिस गोदाम से इस बार गांजा की बरामदगी हुई है वह चैनपुर क्षेत्र के हाटा बाजार में स्थित है। इस गोदाम को राम पति ने 1 करोड़ रुपए में खरीदा है। इसके समूचे संपत्ति का ब्यौरा पुलिस जुटा रही है और उसकी विधिवत जांच कराई जाएगी।

पकड़े गए आरोपियों ने कहा तबरेज ने हमें गाड़ी से बकरी लाने की बात बताया था। गांजा तस्करी के मामले में गिरफ्तार विकास कुमार ने कहा कि जिस गाड़ी से गांजे की तस्करी करने के लिए ले जाया जा रहा था उस गाड़ी को भभुआ में रात्रि 10:00 बजे उसकी प्लानिंग तैयार हुई कि इसी गाड़ी से हाटा बाजार में चलकर बकरियां लादकर भभुआ लाना है। परंतु वहां जाने के बाद रामपति के गोदाम से गांजा का बंडल गाड़ी में भर दिया गया।
बरामद गांजा निकोटीन के रस में डूबा कर किया गया था तैयार : एसपी ने इस मामले का खुलासा करते हुए कहा कि जिस गांजे को बरामद किया गया है उसे तस्करों द्वारा निकोटीन के रस में डूबा कर तैयार किया गया है। जिससे उसमें नशा की मात्रा बढ़ जाती है और काफी महंगा बिकता है .गिरफ्तार लोगों के स्वीकार बयान के आधार पर यह गाजा साढ़े 17 हजार रूपये किलो बिकता है।

 

नोट : खबर में प्रयुक्त  तस्वीर काल्पनिक है