कैमूर में कोरोना से बढ़ते मौत के बाद भी लापरवाह हैं लोग

कैमूर से दाऊजी केसरी रिपोर्ट/ जिले में कोरोना के संक्रमण से लोगों के मरने का सिलसिला जारी है ।नए नए मरीज प्रतिदिन मिल भी रहे।उसके बावजूद यहां पर सरकार के द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन लोगों के द्वारा नहीं किया जा रहा है।खतरा जितना बड़ा है, लापरवाही भी उतनी बड़ी हो गई है। सरकार के द्वारा जारी गाइडलाइंस का असर कैमूर में कम दिख रहा है।

कैमूर जिले में एक तबका ऐसा भी है जो सरकार के सभी गाइडलाइन का पालन करते हुए अपने वह अपने परिवार को सुरक्षित रखने का प्रयास कर रहा है ,तो कुछ ऐसे लोग भी हैं जो सरकार के आदेश का इन पर कोई असर नहीं पड़ रहा है।मास्क लगाना तो दूर की बात है ऐसे लोग पान गुटखा खाकर यंत्र तंत्र थूकते नजर आ जाएंगे। कुछ ऐसे भी लोग हैं जिन्हें सर्दी खांसी जुखाम से परेशान हैं,बगैर मास्क लगाए बाजार भर छिकतेे हुए चले जाते हैं। यह सब देख कर वैसे लोग जो कोरोना सक्रमण से बचने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं उनका भी दिल दहल जा रहा है।

सरकार के द्वारा नए-नए गाइडलाइन जारी तो किए जा रहा है, लेकिन उसका पालन अक्षरशः कराने में कैमूर प्रशासन पूरी तरह से असमर्थ दिख रहा है। कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए कैमूर अधिवक्ता संघ ने 30 अप्रैल तक न्यायिक कार्य से विरक्त रहने का निर्णय लिया है। रामनवमी कमेटी ने घर पर ही दीप जलाकर त्यौहार मनाने की अपील किया है। जिला प्रशासन ,अधिवक्ता संघ,डॉक्टर, हर कोई सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने व माक्स लगाकर चलने की अपील लगातार कर रहे है।इसके बावजूद भी कुछ ऐसे लोग भी हैं जो सक्रमण को फैलाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

हालांकि इस ओर जिला प्रशासन लगातार मेहनत कर रही है और लोगों से मास्क और सामाजिक दूरी पालन करने की अपील कर रही है लेकिन कुछ लोग लापरवाही दिखा रहे है।प्रशासन सख्ती से भी निपट रही है लेकिन कुछ जगहों पर और सख्ती की आवश्यकता दिख रही है।