जरा संभल कर रे भाई… ये विधायक जी के गाँव की पक्की सड़क है

उदाकिशुनगंज/मधेपुरा/ उदाकिशुनगंज अनुमंडल मुख्यालय अंतर्गत मधुवन पंचायत में एन एच 106 उदा चौक से भाया गंगौरा, मधुवन होते हुए टिनटेंगा गाँव से गुजर कर उदाकिशुनगंज बिहारीगंज जानेवाली एसएच 91 सङक को जोडने वाली तीन किलोमीटर की सड़क उदा से लेकर मधुवन तक वर्षों से जर्जर और जानलेवा  है। खासकर बरसात के मौसम में यह कीचड़मय खेत में तब्दील हो गया है। अभी यहाँ न पैदल चला जा सकता है न गाडी से.

बरसात का पानी भर जाने से सड़कों पर बड़े-बड़े गड्‌डे छोटे-छोटे तालाब में बदल गए है। इस कारण वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। जर्जर सड़क के कारण आंधे घंटे का सफर लोग ढाई से तीन घंटे में तय कर रहे हैं। खासकरव बच्चे, बुर्जुग, पूजा-अर्चना करने जाने वाली महिलाएं और वाहन चालक भी जान जोखिम में डालकर रोज इसी सड़क से गुजरते हैं। इस मार्ग से लोग प्रखंड मुख्यालय उदाकिशुनगंज, बिहारीगंज मुख्य बाजार आदि जगहों से आवाजाही करते हैं। इस सड़क से दिन के उजाले में तो लोग किसी तरह इन सड़कों से होकर गुजर जाते हैं, लेकिन रात के अंधेरे में इन सड़कों से गुजरना काफी खतरनाक हो जाता है।

यहां की अधिकांशतः जनता लाचार और मजबूर हैं । यहां के लोगों का कहना है कि वर्तमान विधायक, मुखिया स्थानीय रहने के बावजूद गाँव के सङक का ये दुर्दशा है .चुनाव के समय जनता से तरह-तरह के वादे करते हैं जैसे ही चुनाव जीतते हैं कि गांव के लोगों का भी सुध लेने तक नहीं पहुंचते हैं। यहां आजादी के बाद से एक हीं परिवार के लोग प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। वर्तमान में भी उसी परिवार के 15 वर्षों तक मुखिया के रुप में प्रतिनिधित्व कर अभी चार वर्षों से बिहारीगंज विधानसभा से विधायक के रुप में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं तथा उन्हीं कि पत्नी वर्तमान में मधुवन पंचायत कि मुखिया हैं। सूबे कि मुखिया भी उनके घर पर भोज में आ चुके हैं। बावजूद यहाँ के लोग पिछले कई सालों से नरकीय  जीवन जीने को मजबूर है। यहां कि मुख्य सङकें अब तक बदहाल और जर्जर हैं ये गाँव वासियों के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।

प्रसूता को अस्पताल तक ले जाने में होती है परेशानी : गाँव कि प्रसुता बहू बेटियों को खराब सड़क के कारण प्रसव वेदना होने पर पीएचसी ले जाने में परेशानी और भी बढ़ जाती है। दूसरी ओर सड़क से किसी वाहन के गुजरते समय अगर कोई राहगीर गुजर रहा होता है तो वाहन से उछलने वाले कीचड़ से उसका पूरा शरीर भी गंदा हो जाता है। मालूम हो कि इस मार्ग से मधुबन, तीनटंगा, गंगौरा, उदा सहित एक दर्जन गांव के लोगों का आवागमन प्रखंड मुख्यालय तक होता है।

पिछले साल आक्रोशित ग्रामीण सड़क पर किए थे धान की रोपाई : कई साल से बदहाल इस सङक पर 5 अगस्त 2018 को ग्रामीणों ने आक्रश  में आकर व्यवस्था के खिलाफ विरोध जताते हुए किचरयुक्त सङक पर धान की रोपाई किये थी। ग्रामीणों का कहना था कि विधायक के गांव का विकास मॉडल यह दिखाता है कि 15 साल से मुखिया 4 साल से विधायक रहने के बावजूद अपने ही गांव के सड़क को बनाने में नाकाम रहे हैं।

हालांकि पिछली बार विधायक ने लोगों से कहा था सड़क निर्माण कार्य का डीपीआर तैयार हो गया है जल्दी निविदा प्रक्रिया पूरी की जाएगी और सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा किंतु सालों बीत जाने के बाद भी कार्य प्रारंभ नहीं हुआ जिससे स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त है।असुविधाओं को झेल रहे लोगों का सब्र का बांध अब टूटने लगा है स्थानीय जनप्रतिनिधि और सरकार की उदासीनता से ऊब चुके ग्रामीण फिर से सड़क पर धान की रोपाई कर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।

वहीँ विधायक पर निशाना साधते हुए जाप के युवा नेता गोपी कृष्ण उर्फ़ बीडीओ ने कहा है कि स्थानीय विधायक निरंजन मेहता को जब स्थानीय लोग से मतलब ही नही है तो उनके समस्या से उनको क्या लेना देना.वो जनता से दूर रहते है तो उससे समस्या का निदान बहुत दूर की बात है.उन्होंने विधायक को क्षेत्र में विकास के दावे पर फेल घोषित किया है .

विभागीय एक्सक्युटिव राजरतन ने बताया कि सङक की स्वीकृति मिल चुकी है टेंडर प्रक्रिया पुरी हो चुकी है। 13 जुलाई को रिसीविंग होगा, जो क्वालिफाई करेंगें उसे कार्य आवंटित की  जाएगी। उम्मीदतः अगले माह सङक निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।