आईपीएस कुमार आशीष को केन्द्रीय गृह मंत्री करेंगे सम्मानित

पटना /अपने बेहतर पुलिसिंग को लेकर हमेशा सुर्ख़ियों में रहने वाले आईपीएस कुमार आशीष एक बार फिर चर्चा में है. श्री आशीष को बेहतर और तीव्र अनुसन्धान के लिए गृह मंत्रालय द्वारा आगामी 15 अगस्त को सम्मानित किया जायेगा .इस वर्ष देशभर के विभिन्न राज्य पुलिस एवं केन्द्रीय अनुसंधान संगठनों के 21 महिला अधिकारीयों सहित कुल 121 अधिकारीयों को यह पदक दिया जायेगा.

समूचे बिहार से एक मात्र आईपीएस अधिकारी कुमार आशीष है जिन्हें गृह मंत्रालय द्वारा सम्मानित किया जायेगा.इसके अतिरिक्त बिहार से इंस्पेक्टर विनोद कुमार पांडे ,संजीव कुमार और एसआई विवेक भारती को यह पदक दिया जायेगा .

किस मामले में त्वरित अनुसंधान को ले एसपी को मिला है यह पदक : एसपी कुमार आशीष द्वारा किशनगंज के दिघलबैंक प्रखंड के पत्थरघट्टी में हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में 240 दिन के अंदर चार्जशीट समर्पित कर सभी आरोपियों को उम्रकैद की सजा दिलवाई गयी थी . 6 फरवरी 2019 को छः अपराधी रात के करीब दो बजे पानी पीने के बहाने 19 वर्षीय युवती के घर पहुँच गये थे. पिता और युवती को दरिंदों ने उठा कर एक सुनसान जगह ले जा पिता को बंधक बना सभी छः अपराधियों ने युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था.

उस समय ये मामला बिहार को थू थू कर दिया था जिसके बाद ये खबर नेशनल मीडिया तक में आ गयी थी.एक चैलेंज के रूप में एसपी कुमार आशीष ने इस मामले को लेते हुए 48 घंटे के भीतर चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया था बाद में दो अन्य को भी गिरफ्तार कर राहत की साँस ली थी.फिर 240 दिन के अंदर चार्जशीट फाइल कर सभी छः आरोपियों को उम्रकैद की सजा दिलवाई थी.

तेज तर्रार अधिकारीयों के फेहरिस्त में शामिल है आईपीएस कुमार आशीष का नाम : मूल रूप से बिहार के रहने वाले कुमार आशीष 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी है. किशनगंज एसपी के रूप में पदस्थापन से पूर्व भी श्री आशीष ने कई पेंचीदे मामलों को सुलझाते हुए दुर्दात अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुँचाया है.इस मामले से पूर्व नालंदा में भी उन्होंने नाबालिग से दुष्कर्म मामले में राजद विधायक राज्बल्लभ को सलाखों के पीछे पहुँचाने में अहम भूमिका निभाई थी. अपने शादी से एक दिन पूर्व भी वो ड्यूटी पर तैनात थे और उस दिन राजद विधायक राज्बल्लभ दुष्कर्म मामले की सुन्नावाई हेतु पेपर लेकर न्यायालय में उपस्थित थे. किशनगंज से पूर्व अपने पदस्थापन वाले जिले जैसे मधेपुरा,नालंदा ,दरभंगा आदि जगहों के लोगों को आज भी उनकी कमी खलती है.

आईपीएस कुमार आशीष को इस पदक के लिए नामित होने के बाद हजारों लोगों द्वारा बधाई दिया जा रहा है.खासकर युवाओं में उनका क्रेज सर चढ़कर बोलता है जिस कारण युवाओं ने उन्हें खूब बधाई दी है.