मानव को अपना चरित्र निर्माण के लिए हर प्रयास करने चाहिए- संत योगेश ज्ञान स्वरूप

स्वामी गुरू मुक्त स्वरूपदेव की मनाई गई छठी जयंती
विजय लालगंज पंचायत के नकडहरी में संतमुक्त स्वरूप देव सेवाश्रम मुक्तधाम में मनायी गई जयंती
अभय कुमार सिंह@रूपौली,पूर्णिया 

मानव को अपना चरित्र निर्माण के लिए हर प्रयास करने चाहिए, ताकि इसका समुचित प्रभाव समाज एवं देश पर पडे । उक्त प्रवचन विजय लालगंज पंचायत के नकडहरी गांव में आयोजित संतमुक्त स्वरूपदेव की छठी जयंती के अवसर पर संत योगेश ज्ञान स्वरूप तपसी दे रहे थे । यह आयोजन संतमुक्त स्वरूपदेव द्वारा बनाए गए सेवाश्रम चल रहा था । इसमें देश के अनके जगहों से कबीर मत के अनेक संतों का पदार्पण हुआ था । इस अवसर पर मौके पर मौजूद श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि वे सबसे पहले अपना चरित्र निर्माण पर ध्यान देना चाहिए । मानव का चरित्र  समाज देश को अनेक दिशाएं दे देता है । आज इसका उदाहरण है कि समाज में सदचरित्र का हनन होता चला जा रहा है । चाहे वह राजनीति हो या आम आदमी का जीवन, हर व्यकित अपनी नैतिकता छोडते चले जा रहे हैं । नतीजा सामने है राजनीति में सच्चे नेताओं की काफी कमी । पैसे के प्रति लोगों की बढती ललक उनकी नैतिकता को खाती चली जा रही है । इसलिए जब तक लोग अपना चरित्र निर्माण नहीं करेंगे, तब तक ना तो समाज का कल्याण संभव है और ना ही देश-दुनिया का । इनके अलावा पटना के आचार्य महंथ ब्रजेश मुनि, कबीर चैरी वाराणसी से संत रविभूशण शास्त्री, सिवान से संत केदार गोस्वामी, सीतापुर यूपी से साध्वी रश्मि भारतीय, वैशाली से संत रमेश दासजी, मधेपुरा से महंथ विद्यानंद गोस्वामी एवं मोहनपुर से कवि अंशु दासजी महाराज ने अपने-अपने प्रवचन देकर सतसंग प्रेमियों को धन्य किया । इस अवसर पर संजय कुमार सुमन, सरपंच चांदनी देवी, पूर्व सरपंच दिनेश शर्मा सहित सैकडो की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे ।