मक्के की लाभकारी कीमत सुनिश्चित करें सरकार : प्रमोद प्रभाकर

किरन कुमारी / उदाकिशुनगंज,मधेपुरा/ प्रखंड कार्यालय परिसर में बुधवार को मक्का का लाभकारी कीमत, मजदूरों और नौजवानों को काम एवं बढ़ते अपराध पर लगाम आदि मांगों को लेकर भाकपा कार्यकर्ताओं ने शारीरिक दूरी का पालन करते हुए धरना दिया। धरना को संबोधित करते हुए भाकपा के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि कोरोना महामारी से उत्पन्न संकट का समाधान करने में केंद्र व राज्य सरकार पूरी तरह विफल है।प्रवासी मजदूर कीड़े मकोड़ों की मौत मर रहे हैं और पीएम मोदी आत्मनिर्भर होने का मंत्र पढ़ा रहे हैं ।उन्होंने कहा कि जनता को भाषण नहीं राशन चाहिए, राशन,राशि, राहत और रोजगार चाहिए, जीने का अधिकार चाहिए।

भाकपा नेता ने कहा कि कोसी के किसानों की एकमात्र आय का साधन मक्का का समर्थन मूल्य घोषित करें एवं प्रखंड व पंचायत स्तर पर क्रय केंद्र खोलकर खरीद सुनिश्चित करें।उन्होंने कहा कि 1213 रुपया मक्का की लागत मूल बताती है सरकार और यहां 1050 एवं 11 सो रुपए क्विंटल मक्का बेचने को मजबूर है किसान।भाकपा नेता प्रभाकर ने कहा कि सत्ता के संरक्षण में हो रही आपराधिक घटनाओं पर रोक लगाई जाए सभी मजदूरों के लिए काम की गारंटी किया जाए।तत्काल सभी परिवार को 50 – 50 किलो राशन एवं 10 -10 हजार रुपया गुजारा भत्ता दिया जाए ।उन्होंने कहा कि जो सरकार अपने दायित्व को पूरा ना करें उसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।अगर मांगे पूरी नहीं हुई तो संघर्ष तेज हो होगा।

भाकपा जिला मंत्री विद्याधर मुखिया ने कहा कि तत्काल राशन कार्ड की अनिवार्यता खत्म कर सबको राशन एवं राशि दें। उन्होंने कहा कि आपदा है इसमें भेदभाव बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने मनरेगा में 300 दिन काम एवं 500 रुपया मजदूरी देने की मांग सरकार से की है।कहा कि गरीब और मजदूर को काम नहीं मिलने से भूखे मरेंगे और इसकी सारी जिम्मेदारी सरकार की होगी।

भाकपा अंचल मंत्री उमाकांत सिंह एवं सहायक अंचल मंत्री मोती सिंह ने कहा कि बिहार में भ्रष्टाचार और अफसरशाह का बोलबाला है।योजनाओं में लूट मची है और आम लोग तवाह परेशान हैं।नेताओं ने कहा कि किसानों मजदूरों की अनदेखी नहीं सहेंगे।

भाकपा के वरीय नेता मोहम्मद सिकंदर,उमेश यादव,वीरेंद्र मेहता, मोहम्मद चांद एवं सचिदा शर्मा ने कहा कि दलितों,अकलियतों एवं कमजोर वर्ग पर हमला बंद करे सरकार। इन नेताओं ने कहा कि भारतीय संविधान एवं लोकतंत्र खतरे में है हमें एकजुट होकर संघर्ष तेज करना होगा।

इस अवसर पर जगत नारायण शर्मा,प्रमोद कुमार सिंह,फुलेश्वर मंडल ,विंदेश्वरी यादव,रामचंद्र पासवान,अशोक मेहता,अरुण दास,दिगंबर झा,जय प्रकाश महतो ,सुरेश चौधरी आदि नेताओं ने कहा कि केंद्र व राज्य की सरकार निकम्मी है। हमें अपने हक व अधिकार के लिए संघर्ष को उग्र करना होगा।धरना में राजू शर्मा,शिवम शर्मा,शशी शर्मा, फुलेन शर्मा,चंदन कुमार,पंकज कुमार,अरुण कुमार,छेदन शर्मा, लुरी राम,ब्रह्मदेव राम,दीपक मिश्रा,गायत्री देवी,मनोज राम आदि बड़ी संख्या में भाकपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।धरना पर बैठे कार्यकर्ता सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।