लॉक डाउन में सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए कृषक करे अपने खेतों में कार्य : डीएओ

मधेपुरा

कोरोना महामारी से उपजे संकट को देखते हुए सम्पूर्ण देश में लॉक डाउन लागू है इस विकट परिस्थिति में कृषकों को लॉक डाउन से दूर रखा गया है.किसान सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए अपने खेतों में काम कर सकते है.किसान बगैर किसी चिंता के अपने खेत में जाए और जो भी जरूरत का कार्य है उसे करे.उक्त बाते कोसी टाइम्स से बात करते हुए जिला कृषि पदाधिकारी मधेपुरा राजन बालन ने कहा .

उन्होंने बताया कि किसान के खेतों में गेहूं कटनी योग्य हो गये है तो वो बिलकुल अपने खेतों में जाकर गेहूं का कटनी करे.गेहूं कटनी में जो भी श्रमिक लगेंगे उसे भी ले जाए और आपस दुरी मेंटेन करते हुए गेहूं कटनी करे.उन्होंने किसानो को सलाह देते हुए कहा कि एक हासिये से एक लोग ही कटनी करे और कोशिश करे कि खेत से घर आने से पूर्व अच्छी तरह से साबुन से अपने हाथ पैर धोकर ही घर प्रवेश करे.उन्होंने किसानों से खासकर साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने का आग्रह किया है.

श्री बालन ने बताया कि लॉक डाउन में केवल जरूरत के सामानों की दूकान खुली हुई है इस कड़ी में खाद बीज के दूकान को भी शामिल किया गया है.सभी खाद बीज के दूकान लॉक डाउन में खुले रहेंगे.किसान बेधरक आकर अपने जरूरत की खाद ,बीज और कीटनाशक दवा ले जाए और खेती करे.उन्होंने अपील किया किया है कि दूकान आने से पूर्व अगर समस्या होती है तो सम्बन्धित अधिकारी से बात कर अवगत करावे.

खाद की कमी और कालाबजारी पर साफ शब्दों में उन्होंने कहा कि न खाद की कहीं कमी है न कोई कालाबाजारी कर सकता है.उन्होंने कहा लगातार लॉक डाउन में भी यूरिया मधेपुरा पहुँच रहा है किसान अपने जरूरत के हिसाब से यूरिया ख़रीदे.यूरिया की कोई किल्लत नही है जितना जरूरत है उतना ही ले .यूरिया के अधिक कीमत लिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा किसी दूकान के बारे में शिकायत हम तक नही आई है अगर इस तरह की कोई शिकायत है तो किसान सीधे जिला कृषि पदाधिकारी को सूचित करे तुरंत जाँच कर कार्रवाई की जाएगी.